Largest underground river in the world: धरती के अंदर कई रहस्यमयी घटनाएं होती रहती हैं, जिसमें से कुछ के बारे में तो वैज्ञानिक अच्छे से जानते हैं और कई चीजों के बारे में रिसर्च चल रही है. आज हम आपको कुछ ऐसी नदियों के बारे में बताएंगे, जो धरती के नीचे बहती हैं.
Trending Photos
)
Underground river in the world map: क्या आपने कभी सोचा है कि आपके पैरों के नीचे, धरती की गहराई में क्या छिपा है? वैज्ञानिकों ने पाया है कि पृथ्वी की सतह के नीचे एक पूरी दुनिया है, जहां गुप्त रूप से नदियां बहती हैं, जिन्हें अंडरग्राउंड रिवर्स या मिस्ट्री रिवर कहा जाता है. ये नदियां सदियों से अंडरग्राउंड वॉटर सोर्सेज के रूप में मौजूद हैं, लेकिन इनकी खोज और रहस्य आज भी वैज्ञानिकों के लिए एक बड़ी पहेली बनी हुई हैं. आइए दुनिया की कुछ सबसे रहस्यमयी और अनोखी भूमिगत नदियों के बारे में जानते हैं.
पर्टो प्रिंसेसा नदी, फिलीपींस
दक्षिणी-पश्चिमी फिलीपींस में स्थित यह नदी दुनिया की सबसे फेमस अंडरग्राउंड रिवर्स में से एक है. यह नदी लगभग 5 मील (करीब 8 किलोमीटर) लंबी है और यह एक विशाल अंडरग्राउंड केव सिस्टम के माध्यम से बहते हुए सीधे समुद्र में मिलती है. इसकी अनोखी नेचुरल ब्यूटी के कारण इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में शामिल किया गया है. टूरिस्ट्स नावों के ज़रिए इस नदी और केव सिस्टम की यात्रा कर सकते हैं.
सैंटा फे नदी, फ्लोरिडा, अमेरिका
उत्तरी फ्लोरिडा में बहने वाली यह नदी एक अनोखी भूवैज्ञानिक घटना का उदाहरण है. सैंटा फे नदी लगभग 121 किलोमीटर लंबी है, लेकिन यह नदी अचानक एक बड़े सिंकहोल (Sinkhole) के ज़रिए जमीन के नीचे से बहने लगती है. यह नदी कुछ दूरी तक भूमिगत रूप से बहती है और फिर रहस्यमय ढंग से सतह पर वापस प्रकट हो जाती है. यह इसकी जल निकासी प्रणाली को एक अनोखा भूमिगत नदी बनाती है.
रियो कैमू नदी, पोर्टो रिको
पोर्टो रिको में स्थित रियो कैमू नदी को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अंडरग्राउंड नदी मानी जाती है. यह नदी एक लाख साल पुरानी चूना पत्थर की गुफाओं (Limestone Caves) से होकर बहती है. यह अंडरग्राउंड केव सिस्टम एक विशाल प्राकृतिक आश्चर्य है. इस नदी और गुफा प्रणाली को 'कैमू रिवर केव्स नेशनल पार्क' के रूप में संरक्षित किया गया है, जो इसकी सुंदरता और महत्व को दर्शाता है.
लबौइच नदी, फ्रांस
फ्रांस में बहने वाली लबौइच नदी यूरोप की सबसे लंबी भूमिगत नदी मानी जाती है. इसे पहली बार 1906 में खोजा गया था. अब टूरिस्ट्स इसके एक छोर से दूसरे छोर तक की यात्रा नाव के ज़रिए कर सकते हैं, जिससे उन्हें धरती के अंदर की इस रहस्यमयी दुनिया को देखने का मौका मिलता है.
सरस्वती नदी, भारत
भारत में सरस्वती नदी का महत्व ऐतिहासिक और धार्मिक दोनों है, हालांकि यह भौतिक रूप से दिखाई नहीं देती. हिंदू मान्यताओं के अनुसार यह नदी गंगा और यमुना के साथ प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर अदृश्य रूप से बहती है. कई रिसर्च यह संकेत देते हैं कि सरस्वती नदी सदियों पहले सतह पर बहा करती थी, लेकिन जलवायु परिवर्तन और भूवैज्ञानिक कारणों से यह अब धरती के नीचे ही बहती है, जिसे 'विलुप्त नदी' या 'अंडरग्राउंड रिवर' के रूप में माना जाता है.