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'सनातन का अपमान नहीं सहेंगे...', सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस गवई पर जूता फेंकने की ‌कोशिश, CJI ने घटना पर क्या कहा?

Lawyer attempted to remove shoe throw at CJI BR Gavai: सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले आरोपी को पकड़ लिया गया है. जानें कौन है आरोपी, क्यों सीजीआई से था नाराज.

 

'सनातन का अपमान नहीं सहेंगे...', सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस गवई पर जूता फेंकने की ‌कोशिश, CJI ने घटना पर क्या कहा?

Attempt to throw shoe at Chief Justice BR Gavai: सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में एक वकील ने भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) बीआर गवई पर हमला करने की कोशिश की है. यह ड्रामा तब हुआ जब CJI की अगुवाई वाली बेंच वकीलों द्वारा मामलों के उल्लेख पर सुनवाई कर रही थी. सूत्रों के अनुसार, वकील मंच के पास गया और अपना जूता निकालकर जज पर फेंकने की कोशिश की. हालांकि, अदालत में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने समय रहते हस्तक्षेप किया और वकील को बाहर निकाल दिया.

सनातन का नहीं सहेंगे अपमान
बाहर जाते समय, वकील को यह कहते हुए सुना गया, "सनातन का अपमान नहीं सहेंगे." CJI बेपरवाह रहे और उन्होंने अदालत में मौजूद वकीलों से अपनी दलीलें जारी रखने को कहा. उन्होंने कहा, "इन सब बातों से विचलित मत होइए. हम विचलित नहीं हैं. ये बातें मुझे प्रभावित नहीं करतीं."

जूता फेंकने की कोशिश करने वाला कौन है?
आर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है.आरोपी पेशे से वकील है. आरोपी का नाम राकेश किशोर है. जूता फेंकने की कोशिश से पहले वकील ने चिल्लाते हुए कहा- सनातन का अपमान नहीं चलेगा. सुप्रीम कोर्ट में नई दिल्ली जिले के DCP देवेश माहला के साथ सुप्रीम कोर्ट सिक्योरिटी के DCP जितेंद्र मनी भी मौके पर मौजूद हैं. आरोपी वकील से पूछताछ की जा रही है.

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वकील किस बात से सीजीआई से था नाराज?
यह घटना के पीछे लोगों का मानना है कि यह संभवतः खजुराहो में भगवान विष्णु की सात फुट ऊंची सिर कटी मूर्ति की पुनर्स्थापना से जुड़े एक पिछले मामले में मुख्य न्यायाधीश गवई की टिप्पणियों का असर है. जिसमें सीजीआई ने उस मामले को खारिज करते हुए उन्होंने कहा था, "जाओ और भगवान से ही कुछ करने के लिए कहो. तुम कहते हो कि तुम भगवान विष्णु के कट्टर भक्त हो. तो जाओ और अभी प्रार्थना करो. यह एक पुरातात्विक स्थल है और एएसआई को अनुमति वगैरह देनी होगी."

सोशल मीडिया पर मचा था हंगामा
जिसके बाद इस टिप्पणी से सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया था और कई लोगों ने मुख्य न्यायाधीश पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया था. दो दिन बाद खुली अदालत में इस विवाद को संबोधित करते हुए मुख्य न्यायाधीश गवई ने कहा कि उनका कोई अनादर करने का इरादा नहीं था. उन्होंने कहा, "मैं सभी धर्मों का सम्मान करता हूं...यह सोशल मीडिया पर हुआ था"

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krishna pandey

कृष्णा पांडेय, ज़ी न्यूज़ डिजिटल में चीफ सब-एडिटर के रूप में कार्यरत हैं. वह राजनीति, अंतरराष्ट्रीय मामलों, क्राइम, और फीचर जैसे कई बीट्स पर काम करते हैं. इनकी खासियत है इन-डेप्थ एक्सप्लेनर और संवे...और पढ़ें

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