गुजरात राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के दो विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की
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गुजरात राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के दो विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की

कई दिन के नाटकीय राजनीतिक घटनाक्रम के बाद गुजरात राज्यसभा चुनाव के लिए तैयार है जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव और प्रभावशाली नेता अहमद पटेल समेत अन्य के भविष्य का फैसला होना है. गुजरात में करीब दो दशक के बाद राज्यसभा का चुनाव हो रहा है.

गुजरात में इस बार राज्यसभा के चुनावों को बेहद अहम माना जा रहा है. (file)

अहमदाबाद : गुजरात में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए मंगलवार को गुजरात विधानसभा में वोटिंग जारी है. खबर लिखे जाने तक बीजेपी के 61 और कांग्रेस के 43 विधायक मतदान कर चुके हैं. कांग्रेस के दो उम्‍मीदवारों ने मीडिया के सामने कहा कि उन्‍होंने बीजेपी उम्‍मीदवारों के लिए मतदान किया है. मंगलवार सुबह से शुरू हुआ मतदान शाम 4 बजे तक चलेगा. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव और प्रभावशाली नेता अहमद पटेल समेत अन्य के भविष्य का फैसला होना है. गुजरात में करीब दो दशक के बाद राज्यसभा का चुनाव हो रहा है. यहां से बड़े दलों के अधिकृत प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो जाते थे लेकिन इस बार भाजपा ने पांचवें कार्यकाल के लिए किस्मत आजमा रहे पटेल के सामने अपने उम्मीदवार को उतार दिया है.

LIVE UPDATE
@12.45 PM:
61 बीजेपी विधायक और 43 कांग्रेस विधायक वोट दे चुके हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस के दो विधायकों ने बीजेपी उम्मीदवार बलवंत सिंह राजपूत को वोट देने की बात स्वीकार की है. राघवजी पटेल और धर्मेंद्र जडेजा ने पार्टी के उम्मीदवार अहमद पटेल को वोट नहीं दिया है.

@12.30 PM: गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने राज्य सभा चुनाव के लिए मतदान किया. आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि बीजेपी के उम्मीदवारों की जीत पक्की है.

@12.00 AM: बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने गुजरात विधानसभा में जाकर राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान किया. उनकी जीत पक्की मानी जा रही है. कांग्रेस की सहयोगी पार्टी एनसीपी के नेता शरद पवार ने अहमद पटेल के समर्थन देने की घोषणा की है लेकिन उनके एक बागी विधायक ने कहा है कि वो बीजेपी को वोट देगा.

@11.30 AM: पूर्व कांग्रेसी नेता शंकर सिंह वाघेला ने कहा है कि अहमद पटेल की हार पक्की है, इसलिए उन्‍होंने वाघेला को वोट नहीं दिया.

@ 7.44 AM-आणंद के रिजॉर्ट से कांग्रेस विधायक वोट डालने के लिए बस में बैठकर निकले.

@7.40 AM -डिप्टी एसपी बीडी जडेजा ने कहा, 'हमने विधायकों को पूरी सुरक्षा दी है, वह पूरी सुरक्षा के साथ गांधीनगर पहुंचेंगे.'

बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल

सत्तारूढ़ बीजेपी ने यहां तीन राज्यसभा सीटों के लिए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और बलवंत सिंह राजपूत को उतारा है. राजपूत हाल तक सदन में कांग्रेस के मुख्य सचेतक थे. शाह और ईरानी का उच्च सदन में पहुंचना तय माना जा रहा है लेकिन राजपूत को जिताने और पटेल को हराने के लिए बीजेपी को अतिरिक्त वोट हासिल करने होंगे. 

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पटेल को चाहिए 45 वोट

अहमद पटेल को जीतने के लिए 45 वोट चाहिए. उनकी पार्टी के पास फिलहाल 44 विधायकों का समर्थन हासिल है. इनमें से कोई भी अगर क्रॉस वोटिंग नहीं करता है या ‘उपयुक्त में से कोई नहीं’ (नोटा) विकल्प का प्रयोग नहीं करता है, उस स्थिति में भी कांग्रेस को पटेल की जीत सुनिश्चित करने के लिए एक अतिरिक्त वोट की जरूरत होगी. 

पटेल ने जताया जीत का भरोसा

अहमद पटेल ने सोमवार को बेंगलूरू से लौटे कांग्रेस विधायकों से मुलाकात की. उन्होंने अपनी जीत का भरोसा जताया. उन्होंने कहा, ‘‘यह चुनाव किसी की प्रतिष्ठा से नहीं जुड़ा. मुझे अपने विधायकों पर पूरा भरोसा है. कांग्रेस के इन 44 विधायकों के अलावा एनसीपी के दो और जदयू के एक विधायक मेरे लिए वोट देंगे.’’ बेंगलुरू से आने के बाद इन विधायकों कोआणंद जिले के एक रिसार्ट में रखा गया है.

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कांग्रेस को समर्थन देने पर एनसीपी में अलग-अलग राय

पटेल ने दावा किया कि एनसीपी के दो विधायक उन्हें वोट देंगे, लेकिन शरद पवार की पार्टी का रुख इस बारे में साफ नहीं है. एनसीपी विधायक कंधाल जडेजा ने गांधीनगर में मीडिया से कहा कि उनसे और एक और पार्टी विधायक जयंत पटेल से राजपूत के समर्थन में वोट देने को कहा गया है. हालांकि जब पवार की बेटी और लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने टेक्स्ट मैसेज के जवाब में कहा, ‘‘मुझे जो जानकारी है वे कांग्रेस को वोट देंगे.’’ 

नेताओं के पार्टी छोड़ने से कांग्रेस हैरान

करीब डेढ़ दशक से अधिक समय से राज्य की सत्ता से बाहर चल रही कांग्रेस हाल ही में पार्टी के दिग्गज नेता शंकर सिंह वाघेला के पार्टी छोड़ने से स्तब्ध रह गयी थी.इसके बाद राजपूत समेत छह विधायकों ने विधानसभा से इस्तीफा देकर कांग्रेस को और झटका दे दिया. इनमें से तीन विधायक बाद में बीजेपी में शामिल हो गए. राजपूत, वाघेला के रिश्तेदार हैं.

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