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Live Breaking News: लोकसभा में शुक्रवार से संविधान पर दो दिवसीय चर्चा शुरू हो गई है. भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर विशेष चर्चा हो रही है. चर्चा प्रश्नकाल के बाद शुरू हुई है. वहीं आज संसद हमले की बरसी है. पीएम मोदी का आज प्रयागराज का दौरा भी है. उधर जुम्मे की नमाज के चलते वाराणसी, जौनपुर संभल और लखनऊ में अलर्ट है. देश-दुनिया की सभी बड़ी खबरों के लिए इस लाइव ब्लॉग को पढ़ते रहें..
LIVE:संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में दो दिवसीय 13 और 14 दिसंबर को संविधान के विषय पर चर्चा जारी है. लोकसभा में राजनाथ सिंह ने इस चर्चा की शुरुआत की है. राजनाथ के बाद प्रियंका गांधी ने भी इसमें हिस्सा लिया. उन्होंने लोकसभा में अपने भाषण की शुरुआत कर दी है. राहुल गांधी भी इस चर्चा में बोल सकते हैं. आज संसद हमले की बरसी है. पीएम मोदी का आज प्रयागराज का दौरा भी है. वहीं जुम्मे की नमाज के चलते वाराणसी, जौनपुर संभल और लखनऊ में अलर्ट है. उधर महाराष्ट्र पर भी नजर है जहां आज संभावित मंत्रियों के नाम की घोषणा हो सकती है.
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यह सिर्फ एक दस्तावेज नहीं.. संविधान पर चर्चा में प्रियंका गांधी ने शुरू किया लोकसभा में अपना पहला भाषण
- कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने लोकसभा में अपना पहला भाषण शुरू किया. उन्होंने कहा कि भारत हजारों साल पुरानी संवाद और चर्चा की परंपरा वाला देश है. हमारी संस्कृति में वाद-विवाद और संवाद की गहरी जड़ें हैं, जो अलग-अलग धर्मों और समाजों में भी दिखाई देती हैं. इसी परंपरा से प्रेरित होकर हमारा स्वतंत्रता संग्राम शुरू हुआ, जो अहिंसा और सत्य पर आधारित था. यह आंदोलन लोकतांत्रिक था, जिसमें हर वर्ग ने हिस्सा लिया. इसी संघर्ष से उभरी एक सामूहिक आवाज, जिसने हमारे संविधान का रूप लिया. यह संविधान केवल दस्तावेज नहीं है, बल्कि यह न्याय, अभिव्यक्ति और आकांक्षाओं का दीपक है.
- प्रियंका गांधी ने कहा कि संविधान हमारे देशवासियों के लिए एक सुरक्षा कवच है. यह न्याय, एकता, और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का संरक्षण करता है. लेकिन सत्ताधारी दल ने पिछले 10 वर्षों में इस सुरक्षा कवच को तोड़ने का प्रयास किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि लेटरल एंट्री और निजीकरण के जरिए आरक्षण को कमजोर करने की कोशिश हो रही है. अगर चुनाव के नतीजे कुछ अलग होते, तो शायद संविधान बदलने का काम भी शुरू हो जाता. लेकिन जनता ने इसे रोक दिया.
- प्रियंका ने कहा कि वर्तमान सरकार अतीत पर चर्चा करती है, लेकिन वर्तमान की जिम्मेदारियों से बचती है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बेरोजगारी और महंगाई जैसी समस्याओं का समाधान नहीं कर रही. किसान, मजदूर, और गरीब तबका आज भी संकट में है. उन्होंने कृषि कानूनों पर निशाना साधते हुए कहा कि ये केवल बड़े उद्योगपतियों के लाभ के लिए बनाए गए हैं. हिमाचल के सेब किसान और वायनाड से लेकर ललितपुर तक का किसान आज अपनी समस्याओं से जूझ रहा है.
- प्रियंका गांधी ने जातिगत जनगणना की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि विपक्ष की ओर से लगातार इस मांग को उठाया गया, लेकिन सत्तापक्ष ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. चुनावी दबाव में इसे चर्चा में लाया गया, लेकिन इसके प्रति उनकी गंभीरता का अभाव साफ दिखाई देता है. जातिगत जनगणना से समाज की वास्तविक स्थिति का पता चलेगा, जो सामाजिक और आर्थिक न्याय के लिए जरूरी है.
- उन्होंने कहा कि पहले संसद चलती थी तो जनता को उम्मीद होती थी कि सरकार महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर चर्चा करेगी. लेकिन अब जनता का भरोसा कम हुआ है. महिला आरक्षण बिल पर सवाल उठाते हुए प्रियंका ने पूछा कि इसे लागू करने में इतना समय क्यों लगेगा. उन्होंने कहा कि महिलाओं ने अपने वोट से अपनी शक्ति को साबित किया है और आज सत्ता को यह पहचानना पड़ा है कि उनके बिना सरकार नहीं बन सकती. इस बिल को जल्द लागू करना महिलाओं के अधिकारों का सम्मान होगा.
जहां गरीब परिवार में जन्म लेने वाला पीएम बन सके.. यही संविधान है, लोकसभा में संविधान पर चर्चा शुरू.. क्या-क्या बोले राजनाथ
- लोकसभा में संविधान पर चर्चा की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की. उन्होंने कहा कि भारत अब राजा-रानी के शासन या ब्रिटिश तंत्र के अधीन नहीं है, बल्कि यह लोकतंत्र है. उन्होंने संविधान की तारीफ करते हुए कहा कि यह एक ऐसा दस्तावेज है, जिसने राष्ट्र निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया. संविधान ने जनता को अधिकार दिया, प्रजा से नागरिक बनाया और सरकार चुनने का हक प्रदान किया.
- राजनाथ सिंह ने कहा, "हमारा संविधान प्रगतिशील, समावेशी और परिवर्तनकारी है. यह समरसता और समृद्धि पर आधारित समाज का खाका प्रस्तुत करता है. संविधान ने एक ऐसी व्यवस्था दी है, जहां जन्म की पहचान के आधार पर भेदभाव नहीं होता. यहां गरीब परिवार में जन्म लेने वाला व्यक्ति भी प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति बन सकता है."
- उन्होंने यह भी कहा कि संविधान की मूल भावना को आजादी के बाद कमजोर किया गया, लेकिन मौजूदा सरकार ने इसे पूरी ईमानदारी से अपनाया है. "हमने संविधान को केंद्र में रखकर काम किया है. तीन नए आपराधिक कानून पारित किए गए हैं. हमारी सरकार का उद्देश्य समाज के सभी वर्गों, विशेषकर कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए काम करना है. 'रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म' के लक्ष्य के साथ हमने भारत को आगे बढ़ाया है," राजनाथ सिंह ने कहा.
- बिना किसी पार्टी का नाम लिए, राजनाथ सिंह ने आरोप लगाया कि एक पार्टी ने संविधान निर्माण की प्रक्रिया को हाईजैक करने की कोशिश की. उन्होंने कहा, "हमारा संविधान किसी एक पार्टी की देन नहीं है, यह भारत के लोगों द्वारा, भारत के लोगों के लिए बनाया गया दस्तावेज है."
राजनाथ सिंह ने पश्चिमी सभ्यता की 'नाइट वॉचमैन स्टेट' अवधारणा का जिक्र किया, जहां सरकार का काम केवल सुरक्षा तक सीमित है. इसके विपरीत, उन्होंने कहा कि भारत में राजधर्म की बात की गई है, जहां राजा भी राजधर्म से बंधा हुआ है. "राजा की शक्तियां केवल लोगों के कल्याण और कमजोर वर्गों की रक्षा के लिए होती हैं. उन्होंने यह भी जोड़ा कि संविधान नागरिकों के कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. यह नागरिकों के समग्र विकास में बाधा बनने वाली चुनौतियों को दूर करने का मार्ग प्रशस्त करता है.
हम आपकी तारीफ सुनने नहीं आए... खरगे ने सभापति धनखड़ को ऐसा क्यों कह दिया, राज्यसभा में बवाल
- संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा में आखिरकार वही हुआ जिसका अंदेशा था. शुक्रवार को राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ और खरगे आमने-सामने दिखे. धनखड़ ने जब कहा कि आपको एक किसान का बेटा बर्दाश्त नहीं हो रहा है. इस पर कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने जवाब देते हुए कहा कि आप किसान के बेटे हैं तो मैं भी मजदूर का बेटा हूं. हम आपकी तारीफ सुनने नहीं आए हैं. फिलहाल हंगामे के बाद राज्यसभा सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
एक देश एक चुनाव के लिए बीजेपी के पास नंबर्स नहीं है.. कांग्रेस ने अब छेड़ा नया राग
मोदी सरकार एक देश एक चुनाव को लेकर युद्ध स्तर पर तैयारी कर रही है. उधर अब कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी के पास नंबर्स नहीं है. कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी का कहना है कि बीजेपी के पास लोकसभा या राज्यसभा में दो-तिहाई सीटें भी नहीं हैं...मुझे समझ नहीं आ रहा कि रामनाथ कोविंद किस आधार पर कह रहे हैं. वह कोई अर्थशास्त्री नहीं हैं
संसद हमले की बरसी पर पीएम मोदी, राहुल गांधी और अन्य नेताओं ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी
दिल्ली के 4 स्कूलों को मिली बम से उड़ाने की मिली धमकी
दिल्ली के चार स्कूलों को शुक्रवार सुबह बम से उड़ाने की धमकी मिली. यह धमकी फोन कॉल के माध्यम से दी गई. मौके पर फायर डिपार्टमेंट और पुलिस की टीमें पहुंच गई हैं और स्कूल परिसरों की जांच जारी है. पीटीआई के अनुसार दिल्ली फायर सर्विस के एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें पश्चिम विहार स्थित भटनागर इंटरनेशनल स्कूल (सुबह 4:21 बजे), श्रीनिवासपुरी के कैम्ब्रिज स्कूल (सुबह 6:23 बजे), और ईस्ट ऑफ कैलाश के डीपीएस अमर कॉलोनी (सुबह 6:35 बजे) से धमकी भरे ईमेल के संबंध में कॉल मिली.
तमिलनाडु: अस्पताल में आग लगने से छह लोगों की मौत
- तमिलनाडु के डिंडीगुल जिले में बृहस्पतिवार को एक निजी अस्पताल में आग लगने से एक नाबालिग समेत छह लोगों की मौत हो गई. पुलिस और अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि सभी छह लोग लिफ्ट में बेहोशी की हालत में मिले. अधिकारियों ने बताया कि उन्हें अन्य अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. अधिकारियों ने बताया कि इन लोगों की मौत दम घुटने के कारण हुई और अस्पताल के लगभग 30 मरीजों को बाहर निकालने के बाद अग्निशमन तथा बचाव दल को वे लोग लिफ्ट के अंदर मिले. अधिकारियों ने बताया कि बाहर निकाले गए मरीजों को जिले के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस ने शुरुआती जांच का हवाला देते हुए कहा कि सभंवत: आग ‘शॉर्ट सर्किट’ के कारण लगी. पीटीआई इनपुट
LIVE: भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर विशेष चर्चा
- संविधान को अंगीकार किए जाने के 75 साल पूरा होने के मौके पर लोकसभा में शुक्रवार को दो दिवसीय चर्चा शुरू होगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को लोकसभा में संविधान पर दो दिवसीय बहस का जवाब देंगे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लोकसभा में संविधान पर चर्चा की शुरुआत करेंगे, जबकि राज्यसभा में इसी तरह की चर्चा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा शुरू किए जाने की संभावना है.
- लोकसभा के सूचीबद्ध एजेंडे के अनुसार भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर विशेष चर्चा होगी. चर्चा प्रश्नकाल के बाद शुरू होगी. दो दिवसीय चर्चा से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रणनीति बनाने संबंधी एक बैठक की, जिसमें शाह और सिंह के अलावा भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा भी शामिल हुए. इससे पहले शाह ने संसद भवन स्थित अपने कार्यालय में नड्डा, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू सहित भाजपा के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ एक बैठक की. कांग्रेस के संसदीय रणनीतिक समूह ने भी संसद के शीतकालीन सत्र और संविधान पर चर्चा को लेकर बातचीत की.
- संसद का शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर को समाप्त होगा. विपक्ष की ओर से राहुल गांधी द्वारा विपक्ष के नेता के रूप में लोकसभा में संविधान पर चर्चा शुरू किए जाने की संभावना थी लेकिन कुछ नेताओं ने रणनीति में बदलाव की ओर इशारा करते हुए कहा कि वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाद्रा विपक्षी खेमे के लिए बहस की शुरुआत कर सकती हैं जो लोकसभा में उनका पहला भाषण होगा. पीटीआई इनपुट
Live 75 Years Of Constitution:
देश में संविधान लागू हुए 75 साल पूरे हो चुके हैं. संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में 13 और 14 दिसंबर को संविधान के विषय पर चर्चा होगी. भारत सरकार ने 26 नवंबर को संविधान दिवस पर पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल और संविधान सदन में साल भर चलने वाले राष्ट्रीय अभियान की शुरुआत की थी. संविधान लागू होने के 75 साल को समर्पित अभियान के तहत ही 13 और 14 दिसंबर को लोकसभा में संविधान के विषय पर चर्चा तय की गई है. इन तारीखों को तय करने के पीछे संविधान के निर्माण से जुड़ा एक ऐतिहासिक तथ्य भी है. 13 दिसंबर, 1946 को पंडित जवाहरलाल नेहरू ने संविधान सभा में ‘उद्देश्य प्रस्ताव’ पेश किया था.
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संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में दो दिवसीय 13 और 14 दिसंबर को संविधान के विषय पर चर्चा होगी. लोकसभा में 12 बजे राहुल गांधी बोल सकते हैं. प्रियंका गांधी भी आज ही अपने भाषण की शुरुआत कर सकती हैं. आज संसद हमले की बरसी है. पीएम मोदी का आज प्रयागराज का दौरा भी है. वहीं जुम्मे की नमाज के चलते वाराणसी, जौनपुर संभल और लखनऊ में अलर्ट है. उधर महाराष्ट्र पर भी नजर है जहां आज संभावित मंत्रियों के नाम की घोषणा हो सकती है. देश दुनिया की ताजा खबरों के लिए इस लाइव ब्लॉग के साथ बने रहें.