राष्ट्रपति ने मोदी सरकार का रिपोर्ट कार्ड किया जारी, कहीं ये अहम बातें
Union Budget 2022: आज (31 जनवरी) से बजट सत्र शुरू हो रहा है. आज देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इकोनॉमिक सर्वे पेश करेंगी. इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का अभिभाषण हुआ. उन्होंने अपने अभिभाषण में केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. राष्ट्रपति ने बताया कि अर्थव्यवस्था और मेक इन इंडिया के मामले में भारत कैसे आगे बढ़ा है. उन्होंने किसानों, गरीबों और महिलाओं के लिए केंद्र सरकार के कामों को गिनाया.
नवीनतम अद्यतन
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं. वहां 7 मेडिकल कॉलेजों के अलावा 2 एम्स पर काम चल रहा है. 2 एम्स में से एक जम्मू और दूसरा कश्मीर में है. IIT जम्मू और IIM जम्मू पर काम चल रहा है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि भारत को इस वित्त वर्ष के पहले सात महीनों में 48 अरब डॉलर का एफडीआई मिला, ये देश में निवेशकों के भरोसे का सबूत है.
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि रक्षा सौदों में मेक इन इंडिया को प्राथमिकता दी गई है. 209 वस्तुओं का सशस्त्र बल आयात नहीं करेंगे.
उन्होंने कहा कि मार्च 2014 में 90,000 किमी की तुलना में भारत में अब 1.40 लाख किमी से अधिक राष्ट्रीय राजमार्गों का नेटवर्क है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि भारत ने जलवायु परिवर्तन से निपटने की अपनी प्रतिबद्धता के तहत 2070 तक नेट जीरो इमिशन का लक्ष्य रखा है.
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि तीन तलाक को अपराध घोषित कर सरकार कुप्रथाओं से मुक्ति की दिशा में आगे बढ़ रही है. सरकार ने मुस्लिम महिलाओं के मेहरम के साथ हज पर जाने पर से प्रतिबंध भी हटा लिया है.
उन्होंने कहा कि देश में 2016 से 56 अलग-अलग क्षेत्रों में 60 हजार से अधिक स्टार्ट-अप की शुरुआत से छह लाख से अधिक नए रोजगारों का सृजन हुआ. मेरी सरकार के सतत प्रयासों के फलस्वरूप भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हुआ है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि हमने टोक्यो ओलंपिक में भारत की युवा शक्ति की क्षमता देखी. भारत ने अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 7 पदक जीते. टोक्यो पैरालिंपिक में भी भारत ने 19 पदक जीते और एक रिकॉर्ड बनाया. ओलंपिक और खेल गतिविधियों में भारत की उपस्थिति को मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार, राज्य सरकारों के साथ-साथ सैकड़ों खेलो इंडिया केंद्र स्थापित कर रही है.
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि हमारे छोटे पैमाने के किसानों की देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका है. मेरी सरकार ने हमेशा 80 फीसदी छोटे पैमाने के किसानों को प्राथमिकता दी है. पीएम किसान सम्मान निधि के रूप में किसानों के 11 करोड़ से अधिक परिवार लाभान्वित हुए हैं.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि खुशी की बात है कि सभी 33 सैनिक स्कूलों ने अब लड़कियों को भी प्रवेश देना शुरू कर दिया है. सरकार ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में महिला कैडेटों के प्रवेश को भी मंजूरी दे दी है. महिला कैडेटों का पहला बैच जून 2022 में एनडीए में आएगा.
उन्होंने कहा कि हर घर जल योजना के तहत 6 करोड़ से अधिक ग्रामीण घरों में नल से जल की आपूर्ति की जा रही है.
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि मेरी सरकार ने बेटे-बेटियों को समान दर्जा प्रदान करते हुए महिलाओं की शादी के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष से बढ़ाकर 21 वर्ष करने का विधेयक पेश किया है, ठीक वैसे ही जैसे पुरुषों के लिए है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि स्थानीय भाषाओं को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के हिस्से के रूप में बढ़ावा दिया जा रहा है. भारतीय भाषाओं में महत्वपूर्ण प्रवेश परीक्षा आयोजित करने पर जोर दिया जा रहा है. 10 राज्यों के 19 इंजीनियरिंग कॉलेज इस साल 6 भारतीय भाषाओं में पढ़ाएंगे.
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि महिला सशक्तिकरण मेरी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है. हम उज्ज्वला योजना की सफलता के साक्षी हैं. मुद्रा योजना के माध्यम से महिलाओं की उद्यमिता और कौशल को बढ़ावा मिला है. 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' के कई सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं.
उन्होंने कहा कि 11 करोड़ से अधिक किसान परिवारों को PM-KISAN के माध्यम से 1.80 लाख करोड़ रुपये मिले. कृषि क्षेत्र में बड़े बदलाव दिख रहे हैं.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि भारत का कृषि निर्यात तीन लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है. सरकार ने 433 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं की खरीद की, जिससे 50 लाख से अधिक किसानों को लाभ हुआ.
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि मेरी सरकार रेहड़ी-पटरी वालों को लाभ पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री स्वानिधि योजना भी चला रही है. अब तक 28 लाख रेहड़ी-पटरी वालों को 2,900 करोड़ रुपये से अधिक की आर्थिक सहायता मिल चुकी है. सरकार अब इन वेंडरों को ऑनलाइन कंपनियों से जोड़ रही है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि जिस तरह से मेरी सरकार ने जन धन-आधार-मोबाइल, जैम ट्रिनिटी को नागरिक सशक्तिकरण से जोड़ा, उसका प्रभाव हम देख सकते हैं. 44 करोड़ से अधिक गरीब नागरिकों को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ने के साथ महामारी के दौरान करोड़ों लाभार्थियों को डीबीटी का लाभ मिला.
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि 64 हजार करोड़ रुपये का पीएम आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन देश को भविष्य में स्वास्थ्य संकट के लिए तैयार करेगा.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई भी भूखा घर न लौटे, मेरी सरकार हर महीने पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत गरीबों को मुफ्त राशन वितरित करती है. आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा खाद्य वितरण कार्यक्रम चला रहा है. ये योजना मार्च 2022 तक बढ़ा दी गई है.
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि डॉक्टर बीआर अंबेडकर ने कहा था कि उनका आदर्श समाज स्वतंत्रता, समानता और सद्भाव पर आधारित होगा. लोकतंत्र केवल सरकार का एक रूप नहीं है, लोकतंत्र का आधार लोगों के प्रति सम्मान की भावना है. मेरी सरकार बाबा साहेब के आदर्शों को अपना मार्गदर्शक सिद्धांत मानती है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि आयुष्मान भारत कार्ड से गरीबों को फायदा हुआ. जन औषधि केंद्र में कम कीमत पर दवाओं की उपलब्धता भी एक अच्छा कदम था.
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में भारत की क्षमता टीकाकरण कार्यक्रम में दिखाई दी. एक साल से भी कम समय में हमने वैक्सीन की 150 करोड़ से अधिक डोज देने का रिकॉर्ड बनाया है. आज हम अधिकतम मात्रा में डोज देने के मामले में दुनिया के अग्रणी देशों में से एक हैं.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि कोविड के कारण कई लोगों की जान चली गई. ऐसी परिस्थितियों में भी केंद्र, राज्यों, डॉक्टरों, नर्सों, वैज्ञानिकों और हमारे स्वास्थ्यकर्मियों ने एक टीम के रूप में काम किया. मैं अपने स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स का आभारी हूं.
राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा कि इस वर्ष से सरकार ने 23 जनवरी- नेताजी की जयंती से गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत की है. मेरी सरकार का मानना है कि देश के सुरक्षित भविष्य के लिए अतीत को याद रखना और उससे सीखना बहुत जरूरी है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि मैं उन लाखों स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करता हूं जिन्होंने अपने कर्तव्यों को प्राथमिकता दी और भारत को उसके अधिकार दिलाने में मदद की. मैं उन व्यक्तित्वों को भी सम्मानपूर्वक याद करता हूं जिन्होंने आजादी के 75 वर्षों में भारत की विकास यात्रा में योगदान दिया.