लॉकडाउन होने की वजह से बहुत बड़े पैमाने पर प्रवासी मजदूर बेरोजगार हुए. ऐसे में वापस अपने घर जाने के अलावा उनके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा.
Trending Photos
मुंबई: देश में शायद ही कोई ऐसा होगा जिस पर कोरोना महामारी की मार ना पड़ी हो, लेकिन सबसे ज्यादा अगर कोई कोरोना काल में परेशान हुआ है तो वो हैं प्रवासी मजदूर.
लॉकडाउन होने की वजह से बहुत बड़े पैमाने पर प्रवासी मजदूर बेरोजगार हुए. ऐसे में वापस अपने घर जाने के अलावा उनके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा.
केंद्र और राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है जिससे कि प्रवासी मजदूर बिना किसी परेशानी के अपने घर तक पहुंच सकें. सरकार ने श्रमिक ट्रेनों का परिचालन भी शुरू किया, लेकिन इसके बावजूद प्रवासी मजदूरों की परेशानी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है.
ये भी पढ़ें- चीन से बढ़ते तनाव के बीच पीएम मोदी ने की अहम बैठक, डोभाल ने भी सेना प्रमुखों से की मुलाकात
मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनल में हजारों की मात्रा में मजदूर गांव जाने के लिए इकट्ठा हुए हैं. यहां से ट्रेन बिहार और देश के अन्य राज्यों के लिए जाती हैं. सोशल डिस्टेंसिंग का बिल्कुल भी पालन नहीं किया जा रहा है जबकि महाराष्ट्र और खासकर मुंबई में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है.
इस भीड़ में कुछ ऐसे भी लोग हैं जिनके पास जाने की इजाजत नहीं है, लेकिन फिर भी वह किसी भी कीमत पर अपने गांव जाना चाहते हैं. इसका नतीजा ये हुआ कि स्टेशन परिसर और उसके आसपास के इलाके में मजदूरों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई.
फिलहाल पुलिस सभी मजदूरों को समझाने की कोशिश कर रही है कि किस तरीके से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए.
LIVE TV-