रेप पीड़िता ने कर ली थी खुदकुशी, परिजनों ने चुपके से दफना दिया था, अब जो हुआ वो हैरान करने वाला है
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रेप पीड़िता ने कर ली थी खुदकुशी, परिजनों ने चुपके से दफना दिया था, अब जो हुआ वो हैरान करने वाला है

हाथरस, खरगोन, बलरामपुर में शर्मसार हुई इंसानियत को लेकर पूरे देश का गुस्सा भड़क रहा है. परिवार लगातार न्याय की गुहार लगा रहा है. वहीं छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में भी गैंगरेप का शिकार हुई पीड़िता के लिए इंसाफ की मांग की जा रही है.

फाइल फोटो

चंपेश जोशी/रायपुर: हाथरस, खरगोन, बलरामपुर में शर्मसार हुई इंसानियत को लेकर पूरे देश का गुस्सा भड़क रहा है. परिवार लगातार न्याय की गुहार लगा रहा है. वहीं छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में भी गैंगरेप का शिकार हुई पीड़िता के लिए इंसाफ की मांग की जा रही है. लेकिन कोई कार्रवाई ना होने के चलते पिता ने आत्महत्या करने की कोशिश की है. करीब तीन महीने पहले कथित रूप से गैंगरेप झेलने वाली 17 साल की किशोरी ने आत्महत्या कर ली थी. फिलहाल पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि 2 अब भी फरार हैं. 

कोंडागांव जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस अधिकारी ने बताया कि बालिका के परिजनों ने पुलिस को जानकारी दी है कि 19 जुलाई को बालिका अपने परिवार के सदस्यों के साथ पास के कानागांव में समारोह में शामिल होने गई थी. उस रात को लगभग 11 बजे गांव के दो लड़के उसे करीब के जंगल में ले गए और वहां पांच अन्य लोगों ने उसके साथ रेप किया.घटना के अगले दिन पीड़िता बिना किसी को बताए अपने घर लौट आई थी और उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. 

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पुलिस अधिकारी ने बताया कि बालिका के साथ हुई घटना से अंजान परिवार वालों ने बालिका की मृत्यु के बाद उसे दफना दिया था.पहले बताया जा रहा था इस पांच लोगों ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया लेकिन अब परिवार की तरफ से दी गई जानकारी में कहा गया कि बालिका के साथ 7 लोगों ने दुष्कर्म किया था.अधिकारियों ने बताया कि घटना की इससे पहले पुलिस के पास कोई सूचना नहीं थी, और न हीं किसी ने कोई शिकायत दी थी.

वहीं मृतका के चाचा का कहना है कि  बालिका के आत्महत्या के बाद गांव के ही दो लड़कों ने बताया था कि उसकी भतीजी के साथ कानागांव में कुछ लोगों ने बलात्कार किया था. बालिका के चाचा ने बताया कि इसके दो दिनों के बाद धनोरा थाना के थानेदार ने उसे पुलिस थाना बुलाया और पूछा कि उन्होंने घटना की जानकारी पुलिस को क्यों नहीं दी.उन्होंने बताया कि थानेदार ने इस संबंध में मामला दर्ज करने का आश्वासन दिया. लेकिन आगे कोई कार्रवाई नहीं हुई. 

पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज ने बताया कि बालिका की आत्महत्या के बाद पुलिस दल गांव गया था लेकिल परिजनों ने कहा था कि वह बाद में शिकायत दर्ज कराएंगे. पुलिस का कहना है कि संदिग्ध आरोपियों में से एक किशोरी का मित्र भी है, लेकिन घरवालों ने जानकारी होते हुए यह सूचना पुलिस को नहीं दी. उन्होंने बताया कि पीड़ित के पिता के भी आत्महत्या का प्रयास किया था, लेकिन उन्हें बचा लिया गया.

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