16 साल बाद छिंदवाड़ा-नागपुर के बीच 129 किमी का ब्रॉडगेज ट्रैक बनकर तैयार, पहाड़ काटकर बनाई 2 सुरंग
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16 साल बाद छिंदवाड़ा-नागपुर के बीच 129 किमी का ब्रॉडगेज ट्रैक बनकर तैयार, पहाड़ काटकर बनाई 2 सुरंग

रेलवे में सफर करने वाले छिन्दवाड़ा वासियों को 16 साल बाद सौगात मिलने वाली है. जल्द ही छिंदवाड़ा-नागपुर के बीच ट्रेन दौड़ने का रास्ता साफ हो जाएगा.  दक्षिण-पूर्व रेलवे ने छिंदवाड़ा-नागपुर के बीच 129 किलोमीटर ब्रॉडगेज रेलवे ट्रैक तैयार कर लिया है.

फाइल फोटो

सचिन गुप्ता/ छिंदवाड़ा : रेलवे में सफर करने वाले छिन्दवाड़ा वासियों को 16 साल बाद सौगात मिलने वाली है. जल्द ही छिंदवाड़ा-नागपुर के बीच ट्रेन दौड़ने का रास्ता साफ हो जाएगा.  दक्षिण-पूर्व रेलवे ने छिंदवाड़ा-नागपुर के बीच 129 किलोमीटर ब्रॉडगेज रेलवे ट्रैक तैयार कर लिया है. इस ट्रैक में भीमालगोंदी से भण्डारकुण्ड स्टेशन के बीच 27 किलोमीटर में पहाड़ काटकर दो सुरंग बनाई गई है. तकनीकी परीक्षण के बाद अब ट्रैक पर यात्री ट्रेन दौड़ सकेगी. 

ट्रैक पर 27 छोटे -बड़े पुलों का हुआ निर्माण
पहली सुरंग 7 किलोमीटर और दूसरी सुरंग 3 किलोमीटर लंबी है, इसके अलावा 3 किलोमीटर लंबा ब्रिज भी बनाया गया है,  सुरंग और ब्रिज बनाने में ही रेलवे को सबसे ज्यादा समय लगा है. पूरे मार्ग में 27 छोटे -बड़े पुलों का निर्माण किया गया है. रेलवे के तकनीकी मंडल ने ट्रेन दौड़ाकर इस ट्रैक का परीक्षण किया है, यह परीक्षण सफल रहा है. इस ट्रैक पर ट्रेन दौड़ने से महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के बीच छिंदवाड़ा पर केंद्रित रेल सेवा शुरू हो जाएगी.

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एक सदी बाद ब्रॉडगेज सेवा की सौगात
आपको बता दें कि  छिंदवाड़ा-नागपुर के बीच ब्रॉडगेज रेलवे ट्रैक बनाने का कार्य साल 2004 से शुरू किया गया था. ट्रैक को बनाने में बारह सौ करोड़ का मेगा बजट रेलवे ने खर्च किया है. खास बात यह है कि ब्रॉडगेज ट्रैक बनने से पहले रेलवे नैरोगेज सेवा अंग्रेजों के जमाने में थी, सन 1902 से छिंदवाड़ा रेल सेवा से जुड़ गया था अब एक सदी बाद ब्रॉडगेज इस मार्ग को नसीब हो पाया है. 

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