अमित शाह ने कहा, 'कांग्रेस नहीं चाहती थी कि छत्तीसगढ़ राज्य बने'
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अमित शाह ने कहा, 'कांग्रेस नहीं चाहती थी कि छत्तीसगढ़ राज्य बने'

अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस झूठे वादे, झूठे आश्वासन देने वाली पार्टी है और बीजेपी सिर्फ विकास के काम करती है.

अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र झूठ का पुलिंदा होता है.  (फाइल फोटो)

रायगढ़: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि कांग्रेस कभी नहीं चाहती थी कि छत्तीसगढ़ राज्य बने और यदि केन्द्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार नहीं बनती तो छत्तीसगढ़ आज भी मध्य प्रदेश का हिस्सा होता.

रायगढ़ जिले के खरसिया विधानसभा क्षेत्र के चपले गांव में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया, और 15 वर्षों में मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इसका चहुंमुखी विकास किया.

उन्होंने कहा कि 70 साल में देश के किसानों को धान, गेहूं और मक्का का जो दाम मिलना चाहिए था, वह कांग्रेस ने नहीं दिया. नरेन्द्र मोदी की सरकार ने किसानों की उपज का लागत से डेढ़ गुना समर्थन मूल्य घोषित किया.

अमित शाह ने बोला कांग्रेस पर हमला
शाह ने सवाल किया कि कांग्रेस को जब यहां शासन करने का मौका मिला, तब उन्होंने किसानों के लिए क्या किया. कांग्रेस ने पहले कभी भी किसानों का धान नहीं खरीदा, कभी बोनस नहीं दिया, यह सब रमन सिंह की सरकार ने किया.

बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि छत्तीसगढ़ एक पिछड़ा राज्य था, रमन सिंह के नेतृत्व में यह विकसित राज्य बना. रमन सिंह और नरेन्द्र मोदी ने मिलकर छत्तीसगढ़ का चहुंमुखी विकास किया.

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के विकास के लिए कांग्रेस की सरकार में पंचवर्षीय योजनाओं के माध्यम से 48 हजार करोड़ रुपए आते थे और नरेन्द्र मोदी की सरकार में 1,37,000 करोड़ रुपये आते हैं.

कांग्रेस का घोषणापत्र झूठ का पुलिंदा होता है : शाह
शाह ने कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र झूठ का पुलिंदा होता है. 14 राज्यों मे कांग्रेस चुनाव हारी और बीजेपी की सरकार बनी. कांग्रेस झूठे वादे, झूठे आश्वासन देने वाली पार्टी है और बीजेपी सिर्फ विकास के काम करती है.

उन्होंने कहा कि रमन सिंह के कार्यकाल में गरीबों को बिजली, गैस सिलेंडर, शौचालय, आवास, स्मार्ट कार्ड, चरण पादुका योजनाओं समेत किसानों का ब्याज माफ कर उनकी वनोपज खरीदी गई. छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के लिए इस महीने की 20 तारीख को मतदान है. राज्य में जीत हासिल करने के लिए सभी राजनीतिक दलों ने ताकत झोंक दी है.

(इनपुट - भाषा)

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