भोपाल नाव हादसाः नितिन ने अपनी जान पर खेलकर बचाई थी 6 लोगों की जान, अब किया जाएगा सम्मानित
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भोपाल नाव हादसाः नितिन ने अपनी जान पर खेलकर बचाई थी 6 लोगों की जान, अब किया जाएगा सम्मानित

 नितिन ने जैसे ही यह हादसा देखा, अंधेरे और तालाब की गहराई को नजरअंदाज करते हुए तालाब में छलांग लगा दी और कुछ ही सैकेंड्स में डूबते लड़कों के पास जा पहुंचे. 

नितिन बाथम (फोटो साभारः facebook)

भोपालः राजधानी भोपाल में शुक्रवार की सुबह गणेश विसर्जन के दौरान खटलापुरा घाट में नाव पलटने से 11 लोगों की मौत हो गई, लेकिन यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता था अगर घटना के वक्त तालाब के पास नितिन बाथम नाम का फरिश्ता मौजूद ना होता. दरअसल, जिस वक्त यह हादसा हुआ नितिन बाथम नाम का यह युवक तालाब के पास ही मौजूद था. नितिन ने जैसे ही यह हादसा देखा, अंधेरे और तालाब की गहराई को नजरअंदाज करते हुए तालाब में छलांग लगा दी और कुछ ही सैकेंड्स में डूबते लड़कों के पास जा पहुंचे. नितिन ने जैसे ही देखा कि तालाब में गिरे लड़कों में से दो लड़के तैर सकते हैं तो उनको छोड़कर नितिन तालाब में डूब रहे लड़कों के पास पहुंचे और इसी बीच रेस्क्यू के लिए एक नाव भी पास आ गई.

नितिन ने जल्दी-जल्दी 6 लड़कों को नाव में चढ़ाया और फिर अन्य लोगों की तलाश में लग गए. वहीं नितिन की मानें तो अगर और भी लोग हिम्मत दिखाकर उस वक्त तालाब में कूद जाते तो इतना बड़ा हादसा टल सकता था. वहीं अब नितिन की हिम्मत और साहस के चलते जिला प्रशासन उन्हें सम्मानित करने जा रहा है. जिला प्रशासन की तरफ से नितिन को 50 हजार रुपए का पुरस्कार दिए जाने के साथ ही उन्हें सरकारी नौकरी का भी प्रस्ताव दिया जाएगा. वहीं बहादुरी के लिए पुरस्कार के लिए भी उनका नाम प्रशासन की ओर से भेजा जाएगा. बता दें कलेक्टर तरुण पिथोड़े नितिन बाथम को 50 हजार रुपए का चेक देंगे और ब्रेवरी अवॉर्ड के लिए उनका नाम भेजेंगे. 

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मध्य प्रदेश: भोपाल में गणपति विसर्जन के दौरान एक नाव के पलट जाने से 11 लोगों की मौत

बता दें भोपाल में हुए इस हादसे पर सरकार ने प्रशासन पर इस घटना को लेकर लापरवाही का आरोप लगाया है. सरकार की मानें तो घटना स्थल पर मौजूद सुरक्षाकर्मी चाहते तो इस घटना को होने से रोक सकते थे, लेकिन उनकी लापरवाही के चलते यह बड़ा हादसा हो गया. वहीं सुरक्षाकर्मियों की मानें तो उन्होंने कई बार नाविकों और लोगों को अधिक संख्या में नाव में ना बैठने को कहा, लेकिन धार्मिक भावनाओं को हवाला देकर लोग नाव में बैठ गए. वहीं हादसे पर मध्य प्रदेश कांग्रेस सरकार के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए कई बड़े अधिकारियों के निलंबन की भी मांग की है.

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