CM यादव का बड़ा ऐलान, MP का सबसे लंबा फ्लाई ओवर ब्रिज होगा डॉ. आंबेडकर के नाम
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CM यादव का बड़ा ऐलान, MP का सबसे लंबा फ्लाई ओवर ब्रिज होगा डॉ. आंबेडकर के नाम

MP News: डॉ.भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव ने की बड़ी घोषणाएं की है जिनमें से मुख्य मध्यप्रदेश के सबसे लंबे फ्लाई ओवर ब्रिज का नाम और महू का सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय के बारे में योजना बनाई गई है.

 

cm mohan yadav
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CM Mohan Yadav: मध्य प्रदेश सरकार ने डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर दिल्ली से बेहतर कनेक्टिविटी के लिए नई ट्रेन की शुरुआत की है. महू में उनकी जन्मस्थली को 'सेंटर ऑफ एक्सीलेंस' बनाने की योजना की गई है. साथ ही सीएम मोहन यादव ने डॉ. अंबेडकर  के नाम पर एमपी के सबसे लंबे फ्लाई ओवर ब्रिज का नामकरण करने की घोषणाएं की है.
 
महू का सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने घोषणा की है कि डॉ. आंबेडकर की जन्म स्थली महू में स्थापित डॉ. भीमराव अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय को ‘सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस’ के रूप में विकसित किया जाएगा. डॉ. आंबेडकर शिक्षा को जीवन का सबसे ताकतवर हथियार मानते थे. उनके लिए शिक्षा सिर्फ व्यक्तिगत तरक्की का साधन नहीं अपितु सामाजिक परिवर्तन, समानता और न्याय का रास्ता थी. उन्होंने शिक्षा को दलितों, पिछड़ों और शोषित वर्गों के लिए मुक्ति का द्वार बताया था. उनका मानना था कि उच्च शिक्षा संस्थान वैज्ञानिक, शिक्षाविद, विचारक और जिम्मेदार नागरिक तैयार करते हैं. अब डॉ. आंबेडकर से प्रेरणा लेकर सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस से उत्कृष्ट विद्यार्थी निकल सकेंगे.

MP का फ्लाई ओवर ब्रिज डॉ. आंबेडकर के नाम
सेतु केवल दो स्थानों को जोड़ने वाली संरचना नहीं होती बल्कि यह संपर्क, विकास और विश्वास का प्रतीक होता है. देश के हृदय प्रदेश की राजधानी भोपाल के हृदय-स्थल कहे जाने वाले महाराणा प्रताप नगर में बने प्रदेश के सबसे (2.73 किमी) लंबे फ्लाई-ओवर का नामकरण बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम पर कर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अनेकता में एकता और सामाजिक समरसता का संदेश दिया है.

मिली ट्रेन की सौगात
डॉ.भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर मध्यप्रदेश को मिली ट्रेन की सौगात. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि डॉ. अंबेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर प्रदेश को डॉ. अंबेडकर नगर-कोटा-नई दिल्ली 20155/56 एक्सप्रेस की सौगात प्राप्त हुई है जिसके माध्यम से प्रदेश की राजधानी दिल्ली से कनेक्टिविटी बेहतर होगी, प्रदेश के आर्थिक और सामाजिक विकास को गति मिलेगी तथा यात्रियों को सुगम, सुविधाजनक और किफायती यात्रा प्राप्त हो सकेगी. मुख्यमंत्री डॉ यादव ने इस नई ट्रेन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव तथा लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला को धन्यवाद ज्ञापित दिया.

अमृत स्टेशन योजना से स्टेशनों का निर्माण
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि डॉ. अंबेडकर नगर कोटा नई दिल्ली एक्सप्रेस की सौगात प्रदेश को अभूतपूर्व गति से प्राप्त हुई है, जिसकी कल्पना नहीं की गई थी. उन्होंने कहा कि उज्जैनवासियों को भी इस रेल सेवा से सुविधाजनक समय पर राजधानी दिल्ली से कनेक्टिविटी मिलेगी. उन्होंने बताया कि एक लाख 4 हजार करोड रुपए की विभिन्न परियोजनाएं प्रदेश में चल रही हैं. इस वित्त वर्ष के केंद्रीय बजट में मध्य प्रदेश को 14 हजार 745 करोड रुपए का आवंटन प्राप्त हुआ है.अमृत स्टेशन योजना के माध्यम से प्रदेश के 80 स्टेशनों को 2700 करोड़ रुपए की लागत से विश्वस्तरीय बनाया जाएगा. प्रदेश को निकट भविष्य में चार सेमीहाई स्पीड ट्रेन भी प्राप्त होगी.  मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी प्रदेश को इसी तरह से अधोसंरचनात्मक सौगातें मिलने का सिलसिला जारी रहेगा.

ये रहेगी ट्रेन की रुट
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से डॉ अंबेडकर नगर कोटा नई दिल्ली 20155/56 एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया. इस अवसर पर लोक सभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय महिला और बाल विकास राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर, इंदौर सांसद शंकर लालवानी और राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार भी उपस्थित रहीं. एक्सप्रेस क्रमांक 20156 नई दिल्ली से प्रतिदिन रात 23.25 बजे चलेगी और 848 किलोमीटर का सफर लगभग 13 घंटे में तय कर कोटा, नागदा, उज्जैन, देवस और इंदौर के रास्ते डॉ अंबेडकर नगर अगले दिन दोपहर 12.50 बजे पहुंचेगी. एक्सप्रेस क्रमांक 20155 प्रतिदिन डॉ अंबेडकर नगर से दोपहर 15.30 बजे चलकर सुबह 4.25 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी.

बाबा साहेब आंबेडकर की कल्पनाओं को साकार करता मध्यप्रदेश
डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर भारत के महान विधिवेत्ता,एक दूरदर्शी चिंतक और समाज सुधारक थे. उन्होंने एक ऐसे राज्य की कल्पना की थी जो समानता, न्याय और मूलभूत अधिकारों को हर नागरिक के लिए सुनिश्चित करे. डॉ.आंबेडकर वंचितों, शोषितों, मजदूर, किसान, पिछड़े समाज और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए संकल्पित थे, उनका यह आग्रह देश के संविधान में भी दिखाई पड़ता है. डॉ. आंबेडकर के चिंतन और संघर्ष का मूल उद्देश्य सामाजिक न्याय, समानता और सम्मान के साथ सभी का खुशहाल जीवन था. मध्यप्रदेश में बड़ी आबादी अनुसूचित जातियों, जनजातियों और पिछड़े वर्गों की है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में डॉ. आंबेडकर की संकल्पना को साकार करते हुए राज्य सरकार वंचित और गरीब वर्गों के सर्वंगीण विकास और खुशहाल जीवन के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है.

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