न कश्मीर...न हिमाचल, अब छत्तीसगढ़ में भी उगेगा सेब, 43°C की गर्मी में युवा किसान ने लगाई नर्सरी
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न कश्मीर...न हिमाचल, अब छत्तीसगढ़ में भी उगेगा सेब, 43°C की गर्मी में युवा किसान ने लगाई नर्सरी

Apple Farming Tips: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के युवा किसान कपिल कश्यप ने भीषण गर्मी में सेब की खेती कर अनोखा उदाहरण पेश किया है. 43 डिग्री तापमान में उगते सेब ने लोगों को चौंका दिया है. ड्रिप सिंचाई, मल्चिंग और खास किस्म के पौधों से कपिल ने यह सफल प्रयोग किया है, जो अब आसपास के किसानों के लिए प्रेरणा बन चुका है.

 

भीषण गर्मी में सेब की खेती
भीषण गर्मी में सेब की खेती

Apple Farming in Chhattishgarh: छत्तीसगढ़ की चिलचिलाती गर्मी में जहां खेती करना भी चुनौती हो जाता है, वहीं बिलासपुर के ग्राम ढेका के युवा किसान कपिल कश्यप ने ऐसा कुछ कर दिखाया है, जो आम तौर पर संभव नहीं माना जाता. उन्होंने अप्रैल महीने की 43 डिग्री तापमान वाली गर्म दोपहरी में अपने खेत में सेब की खेती कर लोगों को हैरान कर दिया है. आमतौर पर सेब की खेती ठंडी जगहों पर की जाती है, लेकिन कपिल ने अपनी लगन, तकनीक और प्रयोगधर्मिता से यह करिश्मा कर दिखाया.

कपिल ने परंपरागत खेती से हटकर कुछ नया करने की ठानी और रायपुर से सेब की एक खास किस्म के पौधे मंगवाए, जो गर्म मौसम को सहन कर सकते हैं. उन्होंने शुरुआत में 20 पौधे लगाकर प्रयोग किया. इसके लिए खेत में ड्रिप इरिगेशन और मल्चिंग तकनीक अपनाई ताकि मिट्टी में नमी बनी रहे और पौधों को पर्याप्त पानी मिलता रहे. एक साल के भीतर ही तीन पौधे फल देने लगे, जिससे उन्हें और भरोसा मिला. अब वे 100 और पौधे लगाकर नर्सरी तैयार करने की योजना बना रहे हैं.

दूर-दूर से देखने आ रहे किसान
कपिल का यह प्रयोग अब आसपास के किसानों के लिए उम्मीद की किरण बन चुका है. उनकी नर्सरी में उगते सेब के फल देखने के लिए आसपास के गांवों से किसान पहुंच रहे हैं. भीषण गर्मी के बीच पौधों पर लटके छोटे-छोटे सेव देखकर लोग दंग हैं. खासकर युवा किसान इसे एक नई राह मान रहे हैं और इसी तरह की खेती की संभावनाएं तलाश रहे हैं.

कृषि वैज्ञानिकों ने की सराहना
कृषि वैज्ञानिक भी कपिल की इस कोशिश को सराह रहे हैं. कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. संजय कुमार वर्मा ने कहा कि कपिल ने फसल चक्र परिवर्तन की मजबूत नींव रख दी है. उनका यह प्रयोग जलवायु बदलाव के दौर में किसानों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकता है. यदि सही किस्म और तकनीक अपनाई जाए तो छत्तीसगढ़ जैसे गर्म इलाके में भी सेब की खेती संभव है.

ठंडे प्रदेशों में की जाती है खेती
गौरतलब है कि सेब की खेती हिमाचल, उत्तराखंड और कश्मीर जैसे ठंडे प्रदेशों में की जाती है. क्योंकि इसके पौधों को साल में करीब 400 घंटे 10 डिग्री से कम तापमान की जरूरत होती है. ऐसे में कपिल द्वारा गर्म प्रदेश में सेब उगाना आसान नहीं था. लेकिन सही किस्म, तकनीकी ज्ञान और मेहनत से उन्होंने यह कर दिखाया. यह न सिर्फ उनकी मेहनत की मिसाल है, बल्कि छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए भी नई दिशा का संकेत है.

नर्सरी लगाने से पहले की तैयारी
1. गर्मी सहन करने वाली सेव की उन्नत किस्में चुनें.
2. मिट्टी की जांच कर उसमें जैविक खाद मिलाएं.
3. नर्सरी के लिए हल्की छांव वाली जगह चुनें.
4. ड्रिप इरिगेशन से सिंचाई की व्यवस्था करें.
5. मल्चिंग से मिट्टी में नमी बनाए रखें.
6. पौधों को गर्म हवाओं से बचाने के उपाय करें.
7. कृषि विशेषज्ञों की सलाह लेकर ही शुरुआत करें.

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