Bird Flu: इंदौर में चिकन की बिक्री पर 7 दिनों तक रोक, अब तक 250 से अधिक कौवों की मौत
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh824271

Bird Flu: इंदौर में चिकन की बिक्री पर 7 दिनों तक रोक, अब तक 250 से अधिक कौवों की मौत

अबतक इंदौर में 250 से अधिक कौवों की मौत हो चुकी है. सबसे पहले कौवों की मौत इंदौर के डेली कॉलेज में हुई थी. 

सांकेतिक तस्वीर

इंदौर: बर्ड फ्लू की रोकथाम को लेकर इंदौर जिला प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है. जिसके तहत चिकन की बिक्री पर 7 दिन तक रोक लगा दी गई है. वहीं बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए शहर भर में 7 दिनों के लिए पोल्ट्री कारोबार और मुर्गे-मुर्गियों के परिवहन पर भी रोक लगा दी गई है. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा प्रभावित इलाकों में मुर्गियां और अंडे जब्त कर नष्ट किए जा रहे हैं. 

कोरोना के बाद अब अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर मोदी सरकार का फोकस, स्वास्थ्य, शिक्षा पर रहेगा जोर

अबतक 250 कौवों की हो चुकी है मौत
अबतक इंदौर में 250 से अधिक कौवों की मौत हो चुकी है. सबसे पहले कौवों की मौत इंदौर के डेली कॉलेज में हुई थी. जिसके बाद पक्षियों के शवों को जांच के लिए लैब भेजा गया था. जिसमें बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी. पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक प्रमोद शर्मा ने बताया कि शहर में शुक्रवार में 19 कौए, 3 बगुले और 1 कोयल मरी पाई गई. जबकि पिछले 11 दिन के भीतर शहर में अलग-अलग प्रजातियों के करीब 250 पक्षी मृत पाए गए हैं. इनमें कौवों की तादाद सबसे ज्यादा है.

मृत पक्षियों में हुई थी Bird Flu की पुष्टि
इंदौर में बर्ड फ्लू की आहट 29 दिसंबर को सुनाई पड़ी थी, जब रेसीडेंसी एरिया के डेली कॉलेज परिसर में करीब 50 कौए मृत मिले थे. अधिकारियों के मुताबिक, पशु चिकित्सा विभाग ने इनमें से दो मृत कौवों के परीक्षण (ऑटोप्सी) के दौरान नमूने लेकर भोपाल की एक प्रयोगशाला में इनकी जांच कराई, तो इनमें बर्ड फ्लू के वायरस की पुष्टि हुई थी. इसके बाद प्रदेश सरकार ने जिले में अगले 7 दिनों तक जीवित मुर्गे-मुर्गियों और चिकन की खरीदी-बिक्री तत्काल बंद कराए जाने के निर्देश दिए थे. 

Makar Sankranti 2021: मकर संक्रांति पर उड़ाने वाले हैं पतंग, तो इन बातों का जरूर रखें ख्याल 

राजस्थान में सबसे पहले हुई थी बर्ड फ्लू की दस्तक
बर्ड फ्लू की पुष्टि सबसे पहले राजस्थान के नागौर जिले में हुई थी. उसके बाद संक्रमण राज्य के अन्य जिलों में भी पहुंच गया. पक्षियों की मौत का सिलसिला राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में अब भी जारी है. जानकारी के मुताबिक राजस्थान में अब तक 2 हजार से ज्यादा पक्षियों की मौत हो चुकी है. 

एयर इंडिया की महिला पायलट टीम रचने जा रही इतिहास, दुनिया के सबसे लंबे रूट पर भरेगी ऐतिहासिक उड़ान

स्पीड ब्रेकर ने ली टॉपर की जान, ओवरलोड ऑटो से गिरने पर हुई छात्रा की मौत​

अगर आपके शरीर पर है इस जगह तिल, तो जानिए क्या है इसका मतलब​

WATCH LIVE TV-

Trending news