मरवाही में मैदान मारने के लिए BJP ‘गंभीर’, क्या 20 साल का इतिहास बदल पाएंगे डॉक्टर?
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मरवाही में मैदान मारने के लिए BJP ‘गंभीर’, क्या 20 साल का इतिहास बदल पाएंगे डॉक्टर?

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद मरवाही विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है. 2018 के बाद हो रहे दूसरे उपचुनाव में मरवाही सीट सियासत का खास अखाड़ा बन गई है. JJC, कांग्रेस और बीजेपी यहां जीत के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं.

फाइल फोटो

दुर्गेश बिसेन/मरवाही: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद मरवाही विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है. 2018 के बाद हो रहे दूसरे उपचुनाव में मरवाही सीट सियासत का खास अखाड़ा बन गई है. JJC, कांग्रेस और बीजेपी यहां जीत के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं. लेकिन पिछले 20 सालों से यहां सिर्फ जोगी परिवार का ही कब्जा रहा है. इसीलिए अबकी बार जीत का नया इतिहास रचने के लिए बीजेपी गंभीर हो गई है.  

गुरुवार को बीजेपी प्रत्याशी गंभीर सिंह ने पर्चा दाखिल किया. इसके बाद बीजेपी ने जनसभा कर सीधा सरकार को आड़े हाथों लिया. बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, और प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय की मौजूदगी में बीजेपी ने प्रदेश में रेत माफियाओं पर तो सवाल उठाया ही,  साथ ही शराब की अवैध बिक्री और गुणवत्ता को लेकर कई सवाल खड़े किए.  बीजेपी के नेताओं ने यहां तक कह दिया जो उनके जमाने में शराब शेर छाप थी तो अब वो कुत्ता छाप हो गई . 

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आपको बता दें कि मरवाही सीट पर फतह हासिल करना किसी भी पार्टी के लिए इतना आसान नहीं है. 1998 के चुनाव के बाद से बीजेपी इस सीट पर दोबारा कभी नहीं जीत पाई. लेकिन इस सीट पर मुकाबला कड़ा है. इसीलिए खुद पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह कहते हैं यहां त्रिकोणीय मुकाबला होगा. 

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