ब्रिटेन ने भले ही फाइजर कंपनी के टीके को मंजूरी दे दी है लेकिन ब्रिटेन की सरकार के सामने चुनौती है कि यह टीका माइनस 70 डिग्री के तापमान पर स्टोर करना पड़ता है.
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नई दिल्लीः ब्रिटेन की सरकार ने कोरोना वैक्सीन के टीके को मंजूरी दे दी है. ब्रिटेन ने अमेरिकी कंपनी फाइजर और जर्मन कंपनी बायोएनटेक के संयुक्त कोरोना टीके को अपनी मंजूरी दी है. तीन चरणों के ट्रायल के बाद कोरोना वैक्सीन के टीके को मंजूरी देने वाला ब्रिटेन दुनिया का पहला देश बन गया है. इसके साथ ही ब्रिटेन में अगले हफ्ते से लोगों को कोरोना का टीका मिलना शुरू हो जाएगा.
95 फीसदी तक असरदार है फाइजर का टीका
अभी ब्रिटेन को कोरोना टीके के 8 लाख डोज मिलेंगे. ब्रिटेन की दवा एवं स्वास्थ्य उत्पाद नियामक एजेंसी (MHRA) ने फाइजर के टीके को मंजूरी दी है. कंपनी का दावा है कि उनका टीका 95 फीसदी तक असरदार है. कंपनी ने ये भी कहा कि यह टीका हर उम्र और नस्ल के लोगों पर असरदार है. 2021 के अंत तक ब्रिटेन को टीके की चार करोड़ खुराक मिलने की उम्मीद है.
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चीन और रूस भी दे चुके हैं टीके को मंजूरी, लेकिन....
कोरोना टीके के तीन चरण के बाद मंजूरी देने वाला ब्रिटेन, ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश है. इससे पहले रूस और चीन भी अपने-अपने टीके को मंजूरी दे चुके हैं लेकिन चीन ने टीके के पहले चरण के ट्रायल से पहले ही मंजूरी दे दी थी. वहीं रूस ने अपनी वैक्सीन स्पूतनिक के तीसरे चरण के ट्रायल से पहले ही मंजूरी दे दी थी.
ये है बड़ी चुनौती
ब्रिटेन ने भले ही फाइजर कंपनी के टीके को मंजूरी दे दी है लेकिन ब्रिटेन की सरकार के सामने चुनौती है कि यह टीका माइनस 70 डिग्री के तापमान पर स्टोर करना पड़ता है. ऐसे में इतने कम तापमान पर इस टीके को एक जगह से दूसरी जगह ले जाना काफी चुनौतीपूर्ण होने वाला है.
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ये टीके भी हैं लाइन में
फाइजर के अलावा दुनियाभर में कई टीकों का ट्रायल या मंजूरी की प्रक्रिया चल रही है. इनमें ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका, मॉडर्ना, स्पुतनिक वी का नाम प्रमुख है. भारत में भी भारत बायोटेक कंपनी के टीके का तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है.
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