छत्तीसगढ़ सरकार बजट का 20 हजार करोड़ खर्च नहीं कर पाई : सीएजी
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छत्तीसगढ़ सरकार बजट का 20 हजार करोड़ खर्च नहीं कर पाई : सीएजी

छत्तीसगढ़ के मुख्य महालेखाकार विजय कुमार मोहंती ने कहा कि सरकार वर्ष 2016-17 के कुल बजट में से 20 हजार करोड़ रुपए खर्च नहीं कर पाई.

(फाइल फोटो)

रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्य महालेखाकार विजय कुमार मोहंती ने कहा कि सरकार वर्ष 2016-17 के कुल बजट में से 20 हजार करोड़ रुपए खर्च नहीं कर पाई. सरकार के वित्तीय हालत को बुधवार को विधानसभा के पटल पर रखने के बाद मोहंती ने कहा, "छत्तीसगढ़ की वित्तीय वर्ष 2016-17 में कुल आय 53685 करोड़ रुपए थी, जबकि खर्च 58 हजार करोड़ से ज्यादा हुआ." सीएजी ने छत्तीसगढ़ के वित्तीय असंतुलन को लेकर सरकार पर सवाल उठाए. इस वित्तीय वर्ष में टैक्स के जरिए राज्य सरकार की आमदनी 18 हजार 945 करोड़ रुपए हुई, जबकि खनिज से 5 हजार 670 करोड़ रुपए का आय हुई. 

मोहंती ने बताया कि 1 हजार करोड़ की इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी भी सरकार वसूल करने में नाकाम रही. राज्य सरकार के 16 रिजर्व फंड में 4141 करोड़ रुपए पड़े हुए हैं, जिसका खर्च सरकार नहीं कर पाई है. उन्होंने कहा कि सरकार वित्तीय वर्ष 2016-17 में करीब 20,000 करोड़ का इस्तेमाल नहीं कर पाई, जो बजट का 25 फीसदी के आसपास था. सरकार ने 8 सार्वजनिक उपक्रमों में करीब 7700 करोड़ निवेश किया है, लेकिन उसका लाभांश उसे नहीं मिल रहा है, सरकार ने इसके लिए प्रयास भी नहीं किया है. 

सीएजी की रिपोर्ट में बताया गया है कि राज्य सरकार ने 6 कंपनियों में 6778 करोड़ रुपए का निवेश तो किया, लेकिन उनसे कुछ हासिल नहीं कर पाई. बालोद के दंतेश्वरी शुगर मिल में 100 करोड़ रुपए का निवेश किया गया, लेकिन निवेश के अनुरूप सरकार को इसका लाभ ना के बराबर मिला. रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने बिजली कंपनी सीएसपीडीसीएल की करीब 2 हजार करोड़ के लोन की गारंटी ली थी, लेकिन उसे चुकाया कैसे जाएगा, इस पर शर्तों में जिक्र नहीं था, जो वित्तीय अपराध की श्रेणी में आता है.

(इनपुट आईएएनएस से)

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