खरसिया में 40 सालों के इतिहास में अब तक नहीं जीती BJP, अब ओपी चौधरी देंगे टक्कर
Advertisement

खरसिया में 40 सालों के इतिहास में अब तक नहीं जीती BJP, अब ओपी चौधरी देंगे टक्कर

इस सीट पर कांग्रेस नेता नंदकुमार पटेल लगातार 22 बार विधायक रह चुके हैं तो वहीं 2013 के विधानसभा चुनावों में उनके बेटे ने इस सीट से चुनाव लड़ा और जीता.

फाइल फोटो

रायगढ़ः छत्तीसगढ़ के रायगढ़ की खरसिया विधानसभा सीट कांग्रेस की उन सीटों में से एक है जिस पर आज तक कोई भी पार्टी सेंध नहीं लगा पाई है. पिछले 40 सालों से आज तक इस सीट पर सिर्फ कांग्रेस का ही कब्जा है. न तो भाजपा और न ही अन्य कोई पार्टी इसे कभी नहीं छू पाई है. ऐसे में अब भाजपा ने इस सीट पर बड़ा दांव खेलते हुए पूर्व कलेक्टर ओपी चौधरी को इस सीट से विधायक पद का उम्मीद्वार बनाने का फैसला लिया है. बता दें इस सीट पर कांग्रेस नेता नंदकुमार पटेल लगातार 22 साल से विधायक रह चुके हैं तो वहीं 2013 के विधानसभा चुनावों में उनके बेटे ने इस सीट से चुनाव लड़ा और जीता.

खरसिया विधानसभा सीट
बता दें आपातकाल के बाद 1977 के चुनावों में बड़ी पार्टी बनकर उभरी भारतीय जनता पार्टी के आने पर भी इस सीट पर कांग्रेस का ही कब्जा रहा. वहीं छत्तीसगढ़ में 1990 में भाजपा की नींव रखने वाले लखीराम अग्रवाल भी खरसिया में बीजेपी की जीत के लिए कुछ नहीं कर पाए. वहीं राज्य के नगरीय निकाय मंत्री अमर अग्रवाल का गृह क्षेत्र होने के बाद भी आज तक इस क्षेत्र में बीजेपी की जीत सुनिश्चित नहीं कर पाए.

2003 विधानसभा चुनाव नतीजे
पिछले तीन चुनावों पर नजर डालें तो इस सीट पर कांग्रेस काफी बड़े अंतर से जीतती आई है. 2003 में कांग्रेस के नंदकुमार पटेल 70,433 वोट हासिल किए तो वहीं बीजेपी के लक्ष्मी पटेल को 37,665 वोट ही मिल पाए. 

2008 विधानसभा चुनाव नतीजे
2008 में भी कांग्रेस के नंदकुमार पटेल ने ही 81,497 वोटों के साथ फिर खरसिया विधानसभा सीट को अपने नाम कियाय. वहीं बीजेपी से लक्ष्मीदेवी पटेल को 56,582 वोट ही मिल पाए. 

2013 विधानसभा चुनाव नतीजे
बात करें 2013 के विधानसभा चुनावों की तो पिता की सत्ता को संभालते हुए उमेश पटेल खरसिया में विधायक पद के लिए चुने गए और पहले की ही तरह इस बार भी कांग्रेस की ही जीत हुई. कांग्रेस प्रत्याशी उमेश पटेल को जहां 95,470 वोट मिले तो वहीं बीजेपी के जवाहरलाल नाइक को 56,582 वोट ही मिल सके.

Trending news