रायपुर: दिल्ली अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान (DELHI AIIMS) के निदेशक रणदीप गुलेरिया के मुताबिक देश में जून-जुलाई महीने में कोरोना वायरस का संक्रमण अपने चरम पर होगा. उन्होंने यह भी कहा कि यदि लॉकडाउन नियमों का ठीक से पालन हुआ तो देश में कोरोना संक्रमण का ग्राफ कम हो सकता है. छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी डॉक्टर रणदीप गुलेरिया की इस बात से सहमति जताई है.


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मीडिया से बताचीत में टीएस सिंहदेव ने कहा, 'जहां तक मैं समझ पाया था अप्रैल के आखिर और मई के पहले हफ्ते में मामले बढ़ेंगे. इसके बाद जून-जुलाई फिर नवंबर-दिसंबर में भी मामले बढ़ेंगे. हम लोग भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार ही काम करने की कोशिश कर रहे हैं. कोशिश है कि कोरोना से लड़ाई में सभी जरूरी इकाइयों की जियो टैगिंग कर समन्वय स्थापित करें.'


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छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री ने चिंता जताते हुए कहा कि दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की जांच की प्रक्रिया पूरी करना हमारे सामने एक बड़ी चुनौती है. इसके लिए हम लगातार यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि पंचायत से लेकर स्वास्थ्य तक सारे विभाग अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभाएं और आपस में कोऑर्डिनेशन से काम करें.


दिल्ली एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने बीते बुधवार को मीडियाकर्मियों के सवाल के जवाब में कहा था कि कोरोना से लड़ाई लंबी है. ऐसा नहीं है कि अपने चरम पर आने के बाद कोरोना खत्म हो जाएगा. यह हमारे जीने का तरीका बदल देगा. लॉकडाउन से हमें वक्त मिला कि हम हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित कर सकें. पहले हम रोज एक से दो हजार टेस्ट कर रहे थे. अब 80-90 हजार टेस्ट कर रहे हैं. हमें अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने का मौका मिला है.'


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