बलौदाबाजार वन विभाग में पूर्व में पदस्थ दो आईएफएस अधिकारियों के खिलाफ आरोप पत्र जारी हुआ है. वन विभाग में पूर्व में पदस्थ विश्वेश कुमार झा और आलोक तिवारी को शासन द्वारा पत्र भेजकर जवाब मांगा गया है.
Trending Photos
बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार वन विभाग में पूर्व में पदस्थ दो आईएफएस अधिकारियों के खिलाफ आरोप पत्र जारी हुआ है. वन विभाग में पूर्व में पदस्थ विश्वेश कुमार झा और आलोक तिवारी को शासन द्वारा पत्र भेजकर जवाब मांगा गया है. बलौदाबाजार वनमण्डलाधिकारी रहते हुए बाढ़ आपदा राहत निधि मद के तहत देवपुर, अर्जुनी वन परिक्षेत्र में भू–जल संरक्षण कार्य और वन मार्ग के उन्नयन कार्यों में हुई गड़बड़ियों से शासन को हुई क्षति के लिए जिम्मेदार मानते हुए दोनों को यह पत्र भेजा गया है.
प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने पत्र भेजकर दोनों अधिकारियों को अपने पक्ष रखने के लिए 15 दिन का समय दिया है. उन पर आरोप है कि उन्होंने जल संरक्षण और वन मार्ग के उन्नयन के लिए त्रुटिपूर्वक स्थल चयन कर शासन को क्षति पहुंचाई है.
ये भी पढ़ें-खतरे से बाहर है बचपन के प्यार वाले सहदेव दिरदो, परिजन बोले-रायपुर ले चलो
गौरतलब है कि यह मामला सालों से दबा हुआ था, लेकिन पदोन्नति के समय मंत्री मोहम्मद अकबर ने लिखित में जानकारी मांगी, तब,यह गड़बड़ी का मामला सामने आया.इसी तरह रायपुर वन मंडल में तत्कालीन उप वनमण्डलाधिकारी भारतीय वन सेवा अधिकारी आलोक तिवारी को नोटिस जारी किया है, उनके कार्यकाल के दौरान वर्ष 2010-2011 में बाढ़ आपदा राहत निधि मद से रायपुर उप वनमण्डल अंतर्गत लवन वन परिक्षेत्र में भू–जल संरक्षण कार्य और वन मार्ग का उन्नयन कार्यों के लिए त्रुटिपूर्ण स्थल चयन से हुई शासन को हानि के लिए जिम्मेदार मानते हुए आरोप पत्र जारी किया है.
Watch LIVE TV-