छत्तीसगढ़ के इन अस्पतालों में मिल रही कीमोथेरेपी की सुविधा, अब तक 800 से ज्यादा मरीजों ने उठाया लाभ
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छत्तीसगढ़ के इन अस्पतालों में मिल रही कीमोथेरेपी की सुविधा, अब तक 800 से ज्यादा मरीजों ने उठाया लाभ

कोरोना काल में लॉकडाउन के चलते जब सार्वजनिक परिवहन की सुविधाएं बंद थीं, उस समय अलग-अलग जिलों में संचालित, स्थानीय स्तर पर मौजूद इस सुविधा ने कैंसर के मरीजों को बड़ी राहत दी थी.

17 अस्पतालों में मिल रही कीमोथेरेपी की सुविधा

रायपुरः छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है, क्योंकि प्रदेश में अब कीमोथेरेपी की सुविधा विकसित कर ली गई है, ऐसे में कैंसर के मरीजों के लिए कीमोथेरेपी के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना होगा. अब छत्तीसगढ़ के 17 जिला अस्पतालों में कीमोथेरेपी की सुविधा मिलेगी. डे-केयर कीमोथेरेपी की सुविधा वाले इन 17 अस्पतालों में से आठ बस्तर और सरगुजा जैसे दूरस्थ अंचल में हैं. जिससे प्रदेश के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों और आदिवासी अंचलों के कैंसर मरीजों को एक जरूरी सुविधा मिलेंगी. 

इन अस्पतालों में शुरू हुई कीमोथेरेपी 
दरअसल, कोरोना काल में लॉकडाउन के चलते जब सार्वजनिक परिवहन की सुविधाएं बंद थीं, उस समय अलग-अलग जिलों में संचालित, स्थानीय स्तर पर मौजूद इस सुविधा ने कैंसर के मरीजों को बड़ी राहत दी थी. निःशुल्क कीमोथेरेपी की सुविधा ने कैंसर के इलाज में होने वाले बड़े खर्च की चिंता से भी मरीजों को मुक्त किया है. सुदूर बस्तर संभाग के चार जिला अस्पतालों दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बस्तर और कांकेर तथा सरगुजा संभाग के बलरामपुर, जशपुर, सरगुजा और सूरजपुर जिला अस्पतालों में मरीजों की निःशुल्क कीमोथेरेपी हो रही है. 

वहीं बालोद, बेमेतरा, बिलासपुर, गरियाबंद, जांजगीर, कोरबा, मुंगेली, रायपुर और धमतरी के जिला अस्पतालों में भी यह सुविधा शुरू की जा चुकी है. प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में चरणबद्ध रूप से कीमोथेरेपी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. ताकि कैंसर मरीजों को उनके ही जिले में आसानी से कीमोथेरेपी का इलाज मिल सके. 

820 मरीजों की हो चुकी है कीमोथेरेपी 
छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के ''दीर्घायु वार्ड'' योजना के अंतर्गत प्रदेश के 17 जिला अस्पतालों में कीमोथेरेपी सुविधा संचालित की जा रही है. इन अस्पतालों में पिछले डेढ़ सालों में 820 कैंसर मरीजों की कीमोथेरेपी की गई है. जिनमें जगदलपुर जिला अस्पताल में 341, जशपुर में 294, अंबिकापुर में 78, कांकेर और सूरजपुर में 24-24, जबकि रायपुर में 17, नारायणपुर में 13, जांजगीर और धमतरी में 10-10, बेमेतरा में 4, बिलासपुर और दंतेवाड़ा में 2-2 तथा बलरामपुर जिला अस्पताल में एक मरीज की कीमोथेरेपी इस दौरान की गई है. 

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव प्रदेश के सभी क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उनकी पहल पर राज्य शासन के स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ द्वारा दूर-दराज के इलाकों में भी अच्छी चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराने नई-नई सुविधाएं शुरू की जा रही हैं.  

कैंसर की स्क्रीनिंग भी की जा रही 
कीमोथेरेपी के साथ ही जिला अस्पतालों में कैंसर की स्क्रीनिंग भी की जा रही है. बीते डेढ़ वर्षों में कीमोथेरेपी सुविधा वाले 17 जिला अस्पतालों में 2809 व्यक्तियों में कैंसर की जांच की गई है. इस दौरान जगदलपुर जिला अस्पताल में 1260, धमतरी में 456, जशपुर में 311, रायपुर में 242, सूरजपुर में 237, जांजगीर में 102, कांकेर में 65, बिलासपुर में 47, बेमेतरा में 31, बलरामपुर में 23, बालोद और अंबिकापुर में दस-दस, दंतेवाड़ा में सात और गरियाबंद जिला अस्पताल में चार लोगों में कैंसर की स्क्रीनिंग की गई है. 

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