छत्तीसगढ़ के इस गांव के लोग क्यों दे रहे थे जान? सामने आई चौंकाने वाली वजह
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छत्तीसगढ़ के इस गांव के लोग क्यों दे रहे थे जान? सामने आई चौंकाने वाली वजह

CG News: बीते कई महीनों से छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के इंदागांव गांव के लोग खुद को मौत के घाट उतार रहे थे. पिछले कई महिनों से लोगों की जान जाने की खबरें सामने आ रही थी. हालंकि, गांव पहुंची विशेषज्ञों की टीम ने इस घटना के पीछे की वजह को उजागर कर दिया है जिसमें चौंकाने वाली वजह सामने आई है.

 

सांकेतिक फोटो
सांकेतिक फोटो

Gariyaband Indagaon village Suicide Case: बीते कई महिनों से छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले का इंदागांव लगातार चर्चाओं में बना हुआ था और चर्चाओं में बने रहने की वजह है लोगों की बेसमय मौत. बता दें कि इस गांव में लगभग पिछले एक महीने से मौतों का सिलसिला बढ़ता जा रहा है. गांव का हर एक शख्स आत्महत्या करने की कोशिश कर रहा जिनमें से कुछ की जान भी जा चुकी है. हालात की गंभीरता को देखते हुए राज्य शासन ने रायपुर से विशेषज्ञों की 6 सदस्यीय टीम को गांव भेजा है जो इस घटना की जांच पड़ताल कर रहे हैं.

बीते दिनों हुई इतनी मौतें
दरअसल, बिते एक महीने से छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के इंदागांव गांव में दहशत का माहौल था. आए दिन किसी न किसी शख्स की मौत या तो आत्महत्या के प्रयास की खबरें सामने आ रही थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते 20 दिनों में 16 लोगों ने आत्महत्या का प्रयास किया है, जिनमें से 3 लोगों की मौत भी हो चुकी है और आत्महत्या करने के प्रयास अब भी जारी है. 

टीम कर रही जांच
बता दें कि जब zee mpcg ने इस मामले को उजागर किया था (यहां पढें खबर)तब उस वक्त गांव में प्रशासन का पूरा अमला मौजूद था. जहां अनुभवी लोग इस घटना के पीछे की सच्चाई जानने में जुटे थे. फिलहाल गांव पहुंची विशेषज्ञों की 6 सदस्यीय टीम ने करीब 5 घंटे गांव में बिताए और आत्महत्या करने वाले या प्रयास करने वाले परिवारों से बातचीत कर उन लोगों की मानसिक, नशा, सामाजिक और आर्थिक पहलुओं की गहराई से जांच-पड़ताल की है. हालंकि बेहतर पहल के लिए टीम अभी शासन को फाइनल रिपोर्ट भी सौंपेगी.

इन कारणों से लोग गवां रहे अपनी जान
टीम द्वारा शुरूआती जांच में पाया गया कि नशे की लत, घरेलू कलह और बेरोजगारी के चलते लोग आत्महत्या जैसे कदम उठा रहे हैं. जांच में यह भी सामने आया कि गांव में बनने वाली कच्ची शराब में जानलेवा सामग्री जैसे यूरिया, तंबाकू के पत्ते और धतूरे का इस्तेमाल हो रहा था, जो लोगो के मानसिक संतुलन को बुरी तरह से प्रभावित कर रहा है, इसी वजह से गांव के लोग mental depression का शिकार बन आत्महत्या करने का प्रयास कर रहे हैं. हालंकि इससे पहले भी जब ये खबर सामने आई थी तब भी इस घटना का मुख्य कारण नशा ही बताया गया था.

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