Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में इमरजेंसी सर्विस डायल- 112 के लिए खरीदी गईं 400 बोलेरो गाड़ियां 15 महीने बाद भी धूल फांक रही हैं. मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि ये गाड़ियां तभी से रायपुर स्थित CAF अमलेश्वर बटालियन मैदान में खरीदी के बाद से डंप हैं. इसे तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इमरजेंसी सेवाओं के लिए करोड़ों में खरीदा था. इसे लेकर डिप्टी सीएम विजय शर्मा का कहना है टेंडर पर आपत्तियां आ गई थी जिसके चलते उसे रद्द किया गया था अब नए टेंडर के जरिए इसे सड़कों पर उतारा जाएगा.
गाड़ियों में लगी जंग
छत्तीसगढ़ में इमरजेंसी सर्विस डायल- 112 के लिए खरीदी गईं 400 बोलेरो गाड़ियां 15 महीने बाद भी धूल फांक रही हैं, ये गाड़ियां खरीदी के बाद से ही रायपुर स्थित CAF अमलेश्वर बटालियन मैदान में डंप हैं, मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि पिछले साल तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इमरजेंसी सेवाओं के लिए 40 करोड़ में इन बोलेरो को खरीदी था. ताकि प्रदेश के सभी जिलों में इमरजेंसी सेवाओं को शुरू किया जा सके, लेकिन सरकार बदलने के बाद इसके टेंडर पर रोक लगा दी गई गई, जिससे गाड़िया सड़कों पर उतर नहीं पाई है.
बता दें कि बोलेरो पर धूल की मोटी परत जम गई है, वाहनों के टायर खराब हो चुके हैं. वायरिंग को चूहे काट रहे हैं. ये गाड़ियां खरीदने के बाद एक बार भी नहीं चलाई गईं हैं, 15 महीने से ये गाड़ियां खड़ी-खड़ी जर्जर हो रही हैं. इसे लेकर भाजपा और कांग्रेस में आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी है.
कांग्रेस नेता धनंजय सिंह ठाकुर ने इसे सरकार की उदासीनता बताते हुए कहा कि अगर ये गाड़ियां सड़क पर दौड़ती तो अपराध काबू में रहता वहीं उपमुख्यमंत्री और गृह विभाग संभालने वाले विजय शर्मा का कहना टेंडर पर आपत्तियां आ गई थी जिसके चलते उसे रद्द किया गया था अब नए टेंडर के जरिए इसे सड़कों पर उतारा जाएगा. ऐसे में अब देखने वाली बात होगी कि ये गाड़ियां कब चलन में आती है.
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