chhattisgarh mainpat: अगर आपको एडवेंचर करना पसंद है तो आपको इस जगह के बारे में तो जरूर मालूम होना चाहिए. छत्तीसगढ़ की ये जगह इस कदर जादुई है कि यहां ना सिर्फ पानी उल्टा बहता है बल्कि गाड़िया भी उल्टी चलती है. सबसे मजे की बात तो यहां का जम्पिंग लैंड हैं, जहां की जमीन मानो गद्दे की तरह उझलती है. ये जादुई जगह कोई और नहीं बल्कि अपना मैनपाट है, जिसे मिनी शिमला भी कहा जाता है!
अंबिकापुर से 45 किलोमीटर दूर ऊंचे पहाड़ों पर बसे मैनपाट किसी जादुई जगह से कम नहीं है. यहां की जलजली जमीन मानो किसी गद्दे की तरह उझलती है.
इन जलजली जमीनों पर चलने पर ऐसा लगता है मानो ये कोई जम्पिंग लैंड है, जहां पैर रखते ही जमीन स्पंज की तरह अंदर धंसने लगती है.
थोड़ा भी इस जमीन पर इधर उधर होने पर एक अलग ही रोमांच मिलता है. भूकंप ना होने पर भी यहां की जमीन मन में थोड़ा सा भय ला देती है.
सैलानी छत्तीसगढ़ का मिनी शिमला कहे जाने वाले मैनपाट में इस जगह को एक्सप्लोर करने जरूर आते हैं. यहां की उछलती जमीन मानो उनके लिए कोई नई दुनियां के समान हो.
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो रिसर्चर और विज्ञान के जानकार के बताते हैं कि ये जगह ज्वालामुखी उद्गम यानी volcanic origin का द्नार हो सकता है, जिसकी वजह से यहां की जमीनें किसी स्पंज पर होने का एहसास दिलाती है.
कुदरत का करिश्मा कहे या ज्वालामुखी का उद्गम, वजह जो भी हो...सैलानियों के लिए ये जगह किसी आठवे अजूबे से कम नहीं है. आमतौर पर बहुत ही कम जगह कुदरत का ऐसा करिश्मा देखने को मिलता है.
सालों साल ठंड के प्रकोप से घिरा मैनपाट गर्मियों में घूमने लायक अच्छी जगह तो है कि लेकिन यहां का उल्टा पानी, मछली पॉइंट, टाइगर पॉइंट, मेहता पॉइंट ऐसे टूरिस्ट स्पॉट है जो लोगों के होश उड़ा देता है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़