Chhattisgarh Unique Youtubers Village: आजकल सोशल मीडिया से भी लोग लाखों की कमाई कर सकते हैं. कुछ लोग दिन भर सोशल मीडिया पर कुछ न कुछ कॉन्टेंट डालते रहते हैं. आजकल के बच्चे भी अच्छे कॉन्टेंट क्रिएटर बन गए हैं. खास तौर पर जेन-जी (Gen-Z) यानि 1997 से लेकर 2012 के बीच पैदा हुए बच्चे काफी अच्छा कॉन्टेंट तैयार कर लेते हैं. छत्तीसगढ़ में एक ऐसा ही गांव है, जिसका नाम है तुलसी गांव, जो यूट्यूबर्स का अड्डा बन गया है. यहां तक कि गांव को यूट्यूबर्स गांव के नाम से भी जाना जाता है. इस गांव के आधे से ज्यादा लोग यूट्यूबर हैं और यूट्यूब की मदद से लाखों का कमाई करते हैं
रायपुर जिले से 60 किलोमीटर की दूरी पर एक ऐसा गांव स्थित है जहां हर एक शख्स की कमाई लाखों में होती है और गांव का लगभग हर एक शख्स लखपति कहलाता है.
आपको बता दें कि लगभग चार हजार जनसंख्या वाले इस तुलसी नेवरा गांव में दो हजार से अधिक यूट्यूबर मौजूद है. जिसकी वजह से इसे यूट्यूबर्स गांव के नाम से भी जाना जाता है.
बताया जाता है कि इस गांव में 40 से भी ज्यादा यूट्यूब चैनेल हैं और यूट्यूब पर हर दिन कोई न कोई नई वीडियो अप्लोड होती रहती है.
इस अनोखे गांव के हर घर में आपको एक कॉन्टेंट क्रिएटर मिल जाएगा जो लाइट कैमरा लिए वीडियो शूट करने को तैयार रहता है. यहां तक कि गांव के पंचायत ने भी यहां पर कार्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी से 12 लाख रुपये में दो कमरों का स्टूडियो भी बनवाया गया है जहां पर लोग अपना वीडियो शूट कर करते हैं.
मिली जानकारी के अनुसार इस गांव को 'राइजिंग इंडिया, रियल हीरोज अवार्ड' समारोह में सम्मान भी मिल चुका है. बिइंग छत्तीसगढ़, आदित्य बघेल, निमगा छत्तीसगढ़िया, गोल्ड सीजी 04, गोल्ड डोज, फन टपरी, मिस्टर रैंजो, राहुल वस्त्राकर जैसे कुछ यूट्यूब चैनल यहां सबसे ज्यादा पॉपुलर है.
गांव के कॉन्टेंट क्रिएटर यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम पर वीडियो, रील्स अपलोड करके हर महीने अच्छी कमाई कर रहे हैं. कुछ तो यूट्यूब से लाखों की कमाई करने के लिए जाने जाते हैं.
गांव वाले बताते है कि कुछ साल पहले दो लड़के वीडियो बनाकर यूट्यूब पर अपलोड किया करते थे. कुछ समय बाद ही वो दोनों लड़के पॉपुलर हो गए और अच्छी कमाई करना लगे. उनसे ही प्रेरणा लेकर गांव के दूसरे लोग भी यूट्यूब को अपना करीयर बना लोगों के लिए मिशाल बन गए हैं.
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