रायपुर: छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल गिरौदपुरी का बाबा गुरू घासीदास धाम गिरौदपुरी और ऐतिहासिक स्थल सोनाखान का शहीद वीर नारायण सिंह धाम सोनाखान नामकरण करने पर क्षेत्र के लोगों में अभूतपूर्व खुशी का माहौल हैं. इस कार्यक्रम में राजधानी स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बिलाईगढ़ क्षेत्रवासियों ने सौजन्य मुलाकात की. इस अवसर पर संसदीय सचिव चन्द्रदेव राय के नेतृत्व में बड़ी संख्या में सतनामी समाज और दीवान समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री बघेल का अभिनंदन करते हुए आभार जताया. मुख्यमंत्री ने क्षेत्रवासियों की मांग पर संत बाबा गुरू घासीदास की जन्म स्थली-बाबा गुरूघासी दास धाम गिरौदपुरी की सौदर्यीकरण कार्य की घोषणा भी की.


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गरीब मजदूर सहित असहाय लोगों को मिल रही राहत 
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य तेजी से आगे बढ़े और इसकी एक समृद्ध राज्य के रूप में पूरे देश में अच्छी पहचान बने, यही हमारे सरकार की मंशा है. इसके मद्देजनर राज्य के हर तबके और क्षेत्र के उत्थान के लिए समन्वित प्रयास किए जा रहे हैं. यहां किसानों को जहां उनके उपज का वाजिब दाम दिलाया जा रहा है. वहीं राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना से सालाना 7000 रूपए की राशि प्रदान करने का प्रावधान रखा गया है. इससे गरीब मजदूर सहित असहाय लोगों को भी बड़ी राहत और सुविधा मिली है.


अब तक 14 हजार 665 करोड़ रुपए का हुआ भुगतान 
मुख्यमंत्री बघेल ने अपने सम्बोधन में आगे बताया कि राज्य में कल ही 20 अगस्त को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत खरीफ सीजन 2021 के लिए 26 लाख 21 हजार 352 पंजीकृत किसानों के बैंक खातों में इनपुट सब्सिडी की द्वितीय किश्त 1745 करोड़ रुपये ऑनलाईन अंतरित किया गया है. इसी तरह गोधन न्याय योजना के अंतर्गत पशुपालक ग्रामीणों, गौठान समितियों और महिला समूहों को कुल 5 करोड़ 24 लाख रुपए का भुगतान किया गया. इससे पूर्व 21 मई 2022 को राज्य के किसानों को इस योजना की प्रथम किश्त के रूप में 1745 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया था. द्वितीय किश्त के भुगतान की गई राशि को मिलाकर किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के शुरू होने के बाद से अब तक 14 हजार 665 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है.


राज्य के हर तबके के लोगों के लिए हो रहा कार्य
इस योजना में खरीफ 2019 में 18.43 लाख किसानों को 4 किश्तों में इनपुट सब्सिडी के रूप में 5627 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया. इसी प्रकार खरीफ वर्ष 2020 के 20.59 लाख किसानों को 5553 करोड़ रूपए की इनपुट सब्सिडी दी गई. किसानों को फसल लागत मूल्य कम करने, उत्पादकता बढ़ाने, फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए इनपुट सब्सिडी की यह राशि दी जा रही है. उन्होंने कहा कि इस तरह राज्य में हर तबके के लोगों के विकास के लिए निरंतर कार्य हो रहे हैं. 


सतनामी और दीवान समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित 
इस अवसर पर संसदीय सचिव यू.डी. मिंज, विधायक डॉ. रश्मि सिंह, रामकुमार मिरी, भूषण शास्त्री, विनय बरिहा, सहदेव सिदार, भोजराम अजगल्ले, रामकुमार जांगड़े, मुद्रिका राय, संतराम बरिहा, युधिष्ठिर नायक, पंकज चन्द्रा, प्रणेश दुबे, राजन अग्रवाल, द्वारिका देवांगन, हेमंत दुबे, रज्जू खान, सहित दीवान परिवार तथा सतनामी समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे.