रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस की बढ़ती रफ्तार और इससे होने वाली मौतें बघेल सरकार के लिए चिंता का सबब बनी हुई है. जिसके मद्देजनर रविवार को सीएम भूपेश ने समीक्षा बैठक की. इस दौरान सीएम बघेल ने कोरोना संक्रमण से होने वाली मौतों के ऑडिट के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि  हार्ट, किडनी, लिवर, हाईब्लड प्रेशर, शुगर के गंभीर रोगी अगर कोरोना पीड़ित होते हैं और इनकी जान चली जाती है तो इनकी मृत्यु का कारण कोरोना की वजह है या फिर पूर्व की बीमारी, इसे स्पष्ट रूप से बताया जाना चाहिए.


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कोरोना संक्रमण से होने वाली मौतों का होगा ऑडिट
मीटिंग में सीएम बघेल ने कहा कि कोरोना से संक्रमित ऐसे मरीज जिन्हें सांस लेने में तकलीफ हो, उसकी जांच -पड़ताल के लिए स्थानीय स्तर पर सिटीस्कैन की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए, ताकि संक्रमण की स्थिति का पता लगाकर उसके अनुरूप इलाज किया जा सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि होम आइसोलेशन में रह रहे किसी मरीज की स्थिति गंभीर होती है तो उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किए जाने की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करेगा. मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कोरोना बुलेटिन जारी करते वक्त मृतकों की संख्या के साथ मृत्यु के कारण की जानकारी स्पष्ट रूप से बताने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि हार्ट, किडनी, लिवर, हाईब्लड प्रेशर, शुगर के गंभीर रोगी अगर कोरोना पीड़ित होते हैं और इनकी जान चली जाती है तो इनकी मृत्यु का कारण कोरोना की वजह है या फिर पूर्व की बीमारी से, इसे स्पष्ट रूप से बताया जाना चाहिए.


छत्तीसगढ़ में 0.84 प्रतिशत है मृत्यु का प्रतिशत
बैठक में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य रेणु पिल्लै ने बताया कि राज्य में कोरोना से प्रभावित मरीजों की संख्या लगभग 41 हजार है, जिसमें से 20 हजार मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. वर्तमान में 20 हजार 968 एक्टिव मरीज हैं. उन्होंने बताया कि देश में कोरोना के मरीजों के मृत्यु का प्रतिशत 1.73 है, जबकि छत्तीसगढ़ में यह मात्र 0.84 प्रतिशत है. अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य रेणु ने बताया कि वर्तमान में राज्य में कोरोना पीड़ितों के लिए 22 हजार 606 बेड रिक्त हैं. लगभग 25 सौ लोग होम आइसोलेशन में हैं. बैठक में मुख्य सचिव  आर.पी. मंडल, अपर मुख्य सचिव गृह  सुब्रत साहू, स्वास्थ्य संचालक  नीरज बंसोड़, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.


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टेस्टिंग में देश में सबसे फिसड्डी है छत्तीसगढ़
आपको बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक कोरोना टेस्टिंग के मामले में छत्तीसगढ़ देश में सबसे फिसड्डी है. राज्य में प्रति 10 लाख में सिर्फ 225 लोगों का कोरोना टेस्ट हो रहा है. जबकि देश में प्रति 10 लाख 580 लोगों का कोरोना टेस्ट हो रहा है. देश के 23 राज्य टेस्टिंग के मामले में छत्तीसगढ़ से काफी आगे हैं.देश के 50 फीसदी से ज्यादा रिकवरी रेट वाले 22 राज्यों की जारी सूची में छत्तीसगढ़ 21वें यानी नीचे से दूसरे पायदान पर है.


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