मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गणतंत्र दिवस के मौके पर इंदौर के नेहरू स्टेडियम में झंडा फहराया. इस दौरान उन्होंने एक संदेश जारी किया और अपने भाषण में राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनाईं.
Trending Photos
इंदौर: मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने गणतंत्र दिवस के मौके पर लाल परेड ग्राउंड में आयोजित राजकीय समारोह में ध्वजारोहण किया. इस दौरान उन्होंने परेड की सलामी भी ली. वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इंदौर के नेहरू स्टेडियम में झंडा फहराया. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल स्थित भाजपा कार्यालय में तिरंगा फहराया.
'वर्तमान में भारत के संविधान को बचाना सबसे बड़ी चुनौती है'
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गणतंत्र दिवस के मौके पर एक संदेश जारी किया. इस संदेश में उन्होंने कहा, 'आज के समय में भारत के संविधान को बचाए रखना हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है. इसी से यह देश एकसूत्र में पिरोया गया है. लेकिन चिंतनीय बात ये है कि आज विभिन्न प्रकार से संविधान पर हमले हो रहे हैं. जो ताकतें पहले दिन से संविधान के खिलाफ हैं, वे तरह-तरह से इसे चोट पहुंचाने के उपाय कर रही हैं.'
उन्होंने आगे अपने संदेश में कहा, 'भारत में आम नागरिकों से ही उनके नागरिक होने के सबूत मांगे जाने की और कानून के सम्मुख भेद-भाव करने वाली बातें कही जा रही हैं. समय रहते इनके विस्तार को अगर ना रोका गया तो संविधान की 71 वर्ष की अर्जित यह शक्ति क्षीण भी हो सकती है. देश के उत्तरदायी नागरिक होने के नाते हम सब की यह जिम्मेदारी है कि हम इस सबके लिए संघर्ष करने तत्पर रहें.'
'समाज के भीतर पनप रहे दुश्मनों को भी ठिकाने लगाना है'
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने संदेश में कहा, 'देश के विद्यार्थी ही देश की असली पूंजी हैं. वे ही भविष्य के नेता हैं. अत: छात्र-छात्राओं को हिंसा के कुचक्र में उलझाने वाले निंदनीय प्रयासों से देश को बचाना जरूरी है. छात्र परिसरों के अंदर गुण्डों की आवाजाही, निंदनीय है. सरकारों को इसके प्रति सजग होना चाहिए.
मध्य प्रदेश में इस तरह की गतिविधियों से सख्ती से निपटा जाएगा. हमको सावधान रहना होगा कि अराजक ताकतें हमारी शांति, आपसी विश्वास और समाज के ताने-बाने को ना तोड़ सकें. देश के बाहर के दुश्मनों को तो हमने कई बार धूल चटाई है, अब समाज के भीतर पनप रहे दुश्मनों को भी ठिकाने लगाना है.'
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गिनाईं अपनी सरकार की उपलब्धियां
इंदौर के नेहरू स्टेडियम में झंडारोहण के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मध्य प्रदेश में 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' के लिए जल्द ही नया कानून बनाया जाएगा. इसके अंतर्गत उद्योग लगाने वालों को सभी तरह की अनुमतियां अधिकतम सात दिनों के अंदर मिलेंगी.
मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश में लगने वाले नए उद्योगों में राज्य के युवाओं के लिए 70 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि रियल एस्टेट सेक्टर में रोजगार की संभावनाओं को देखते हुए इसमें पहले लगने वाली 27 अनुमतियों को घटाकर पांच कर दिया गया है.
मुख्यमंत्री के भाषण की बड़ी बातें