साध्वी प्रज्ञा को रक्षा मंत्रालय की सलाहकार समिति में शामिल करने पर कांग्रेस ने साधा निशाना
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साध्वी प्रज्ञा को रक्षा मंत्रालय की सलाहकार समिति में शामिल करने पर कांग्रेस ने साधा निशाना

भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नेता और मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के भोपाल (Bhopal) से सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहती हैं.

भाजपा की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति के लिए नामित किया गया है.

भोपाल: मध्य प्रदेश के भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर (Pragya Thakur) को रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) की सलाहकार समिति में सदस्य बनाए जाने पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस के आधिकरिक ट्विटर अकाउंट से लिखा गया कि आखिरकार पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रज्ञा ठाकुर को दिल से माफ कर ही दिया. आतंकी हमले की आरोपी को रक्षा मंत्रालय की समिति में जगह देना उन वीर जवानों का अपमान है, जो आतंकवादियों से देश को महफ़ूज रखते हैं. बता दें कि इस समिति की अगुआई रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर रहे हैं. आपको बता दें कि इस समिति कुल 21 सदस्य हैं. इस कमेटी में फारुक अब्दुल्ला, शरद पवार, ए राजा, सुप्रीया सुले और मीनाक्षी लेखी के नाम भी शामिल हैं.

 

 

वहीं, मध्य प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा है कि बीजेपी के चाल, चरित्र और चेहरे की नई खेप. प्रज्ञा ठाकुर रक्षा मंत्रालय की समिति में शामिल. मालेगांव बम विस्फोट हमले में आरोपी भाजपा की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति के लिए नामित किया गया है. आतंकवाद के ख़िलाफ़ या समर्थक?

 

 

गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नेता और मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के भोपाल (Bhopal) से सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहती हैं. भोपाल लोकसभा सीट से सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को 'देशभक्त' बताया था. हालांकि, इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर बीजेपी के हर नेता ने प्रज्ञा की इस टिप्पणी की निंदा की थी.

वहीं, विवाद बढ़ने पर नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाले बयान के लिए प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने माफी मांग ली थी. उन्होंने कहा था कि वह महात्मा गांधी का सम्मान करती हैं और देश के लिए उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. प्रज्ञा ने वीडियो के जरिये दिए बयान में कहा था, ''मेरा बयान किसी की भावनाओं को आहत करने के लिए नहीं था. अगर इससे किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो मैं क्षमा मांगती हूं. गांधीजी ने देश के लिए जो किया, उसे भुलाया नहीं जा सकता. मैं उनका बहुत सम्मान करती हूं.’’ प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि उन्होंने ‘भगवा आतंकवाद’ से जुड़े एक सवाल पर क्षणिक आवेश में बयान दे दिया और मीडिया ने उसे तोड़-मरोड़कर पेश किया.

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