MP के लिए खुशखबरीः IIT प्रोफेसर का दावा- राज्य में तीसरी लहर आने की आशंका न के बराबर
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MP के लिए खुशखबरीः IIT प्रोफेसर का दावा- राज्य में तीसरी लहर आने की आशंका न के बराबर

राज्य में अब तक करीब साढ़े तीन करोड़ लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. वहीं 65 लाख से ज्यादा लोग कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके हैं.

MP के लिए खुशखबरीः IIT प्रोफेसर का दावा- राज्य में तीसरी लहर आने की आशंका न के बराबर

भोपालः कोरोना महामारी की दूसरी लहर से बुरी तरह प्रभावित रहे मध्य प्रदेश के लिए अच्छी खबर सामने आई है. दरअसल आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल ने दावा किया है कि मध्य प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका बेहद न के बराबर है. इसकी वजह उन्होंने प्रदेश में बड़ी संख्या में लोगों के वैक्सीनेट होने और हर्ड इम्यूनिटी विकसित होना बताया है. प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल ने गणितीय सूत्र मॉडल के आधार पर यह दावा किया है. 

एमपी के साथ इन राज्यों के लिए भी राहत
दैनिक भास्कर की खबर के अनुसार, प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल ने दावा किया है कि कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम हो रही है और मध्य प्रदेश के अलावा यूपी, बिहार और दिल्ली जैसे राज्यों में भी कोरोना संक्रमण से राहत मिल सकती है. आईसीएमआर की सर्वे रिपोर्ट के हवाले से प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल ने बताया कि एमपी में जून में कोरोना के खिलाफ लोगों में हर्ड इम्यूनिटी 77 फीसदी थी. अगस्त में यह बढ़कर 80 फीसदी हो गई है. ऐसे में प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका काफी कम है.

वैक्सीनेशन है वजह
मध्य प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर अगर नहीं आती है और प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल का दावा सही निकलता है तो उसका श्रेय एमपी के वैक्सीनेशन अभियान को भी जाएगा. बता दें कि राज्य में अब तक करीब साढ़े तीन करोड़ लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. वहीं 65 लाख से ज्यादा लोग कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके हैं. अब एक बार फिर से 25 और 26 अगस्त को राज्य में वैक्सीनेशन महाभियान चलाया जाएगा, जिसमें 35 लाख लोगों को वैक्सीन की डोज देने का लक्ष्य रखा गया है. 

इन राज्यों में है संक्रमण का खतरा
प्रो. अग्रवाल ने बताया कि तमिलनाडु, तेलंगाना, केरल, कर्नाटक, असम, अरुणाचल प्रदेश और पूर्वोत्तर राज्यों में संक्रमण मौजूद है. ऐसे में देश में अभी कोरोना के एक्टिव केस अक्टूबर में भी बने रहेंगे. प्रोफेसर अग्रवाल पूर्व में दावा कर चुके हैं कि यदि कोरोना की तीसरी लहर आती है तो वह दूसरी के मुकाबले आधी होगी. साथ ही जैसे जैसे वैक्सीनेशन अभियान आगे बढ़ेगा, वैसे ही संक्रमण का खतरा भी कम होता जाएगा. 

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