दमोहः सेल्फी के नशे ने ली एक और जान, पानी में डूबने से हुई मौत
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दमोहः सेल्फी के नशे ने ली एक और जान, पानी में डूबने से हुई मौत

दमोह के नोहटा थाना क्षेत्र अंतर्गत जुझारघाट व्यारमा नदी में अपने दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने गए बंटी अहिरवार की सेल्फी लेते समय नदी में डूबने से मौत हो गई.

सेल्फी लेेते वक्त नदी में डूबा युवक

नई दिल्लीः दमोह के नोहटा थाना क्षेत्र अंतर्गत जुझारघाट व्यारमा नदी में अपने दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने गए बंटी अहिरवार की सेल्फी लेते समय नदी में डूबने से मौत हो गई. डायल 100 की मदद से मृतक के शव को जिला अस्पताल लाया गया. जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. दरअसल, दमोह के कछयाना मोहल्ले में रहने वाले तीन दोस्त व्यारमा नदी पर बने जुझारघाट पर पिकनिक मानाने गए थे. पिकनिक के दौरान तीनों दोस्त नदी में नहाने चले गए इस दौरान तीनो दोस्त नदी में नहाते हुए सेल्फी लेने लगे और सेल्फी लेते वक़्त तीन दोस्तों में से एक बंटी अहीरवाल का पैर फिसल गया और बंटी नदी के गहरे हिस्से में चला गया. बंटी के दोनों दोस्तों पियूष और मोहन ने उसे बचाने की कोशिश तो की लेकिन, नदी की गहराई ज्यादा होने के कारण वे उसे निकालने में नाकामयाब रहे.

डायल 100 को दी बंटी के डूबने की सूचना
जानकारी के मुताबिक दमोह कोतवाली थाना क्षेत्र के कछियाना मोहल्ले का निवासी बंटी रविवार को अपने दोस्त मोहन और पीयूष एक साथ जूझारघाट व्यारमा नदी में नहाने के लिए गए थे. जहां करीब 4 बजे सेल्फी लेते समय बंटी का पैर फिसल गया और वह नदी के गहराई वाले हिस्से में चला गया. नदी की गहराई ज्यादा होने से उसके दोनों दोस्त उसे बचाने में नाकामयाब रहे. जिसके बाद बंटी के दोस्तों ने इसकी जानकारी डायल 100 को दी. डायल 100 की मदद से पुलिस ने गोताखोरों को बुलाकर बंटी के शव को बाहर निकाला और शव को अस्पताल पहुंचाया गया. जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.

बेटे की मौत से परिवार में मौत
बंटी की मौत की खबर सुनकर पूरे परिवार में मातम पसर गया है. बेटे की मौत के दुख में बंटी की मां प्रभाबाई की तबियत काफी बिगड़ गई है. जिसके बाद बंटी की मां को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. इस दौरान बंटी की बहनों की भी हालत काफी खराब थी. बंटी की बहनें लगातार अपने भाई को जबलपुर ले जाने के लिए चिल्ला रही थीं. जिसके बाद परिवार और मोहल्ले के लोगों ने बंटी के परिजनों को संभाला. मृत घोषित किये जाने के बाद शव को शवगृह में रखा गया था. लेकिन, बहनों को भाई के मृत होने पर विश्वास न था जिसके बाद डॉक्टर्स ने दोबारा बंटी का चेक-अप किया जिसके बाद बंटी की बहनें खुद उसकी नब्ज देखने लगीं.

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