अचानक आंगनवाड़ी केंद्र पहुंचे SDM, बच्चों के खाने में मिला कीड़ा, फिर...
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अचानक आंगनवाड़ी केंद्र पहुंचे SDM, बच्चों के खाने में मिला कीड़ा, फिर...

एसडीएम ने निरीक्षण के दौरान आंगनवाड़ी केंद्र पर बच्चों के लिए आने वाले पोषण आहार को खुद खाकर उसकी गुणवत्ता को देखा. जिस पर उसकी गुणवत्ता मानक के हिसाब से नहीं मिली. 

जांच के दौरान एसडीएम जीवनसिंह रजक ने चावल देखे तो उसमें कीड़े नजर आए.

इंदौरः मध्यप्रदेश के देवास में आंगनवाड़ी केंद्र पर बच्चों को पोषण आहार में गुणवता नहीं मिलने को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थी. इसको लेकर एसडीएम जीवनसिंह रजक रेवाबाग और नुसरत नगर स्थित आगनवाड़ी केंद्रों पर पहुंचे. एसडीएम को निरीक्षण के दौरान नुसरत नगर में बच्चों की उपस्थिति कम दिखने पर नराजगी जताई. इसको लेकर एसडीएम ने आंगनवाड़ी की सुपरवाइजर को फोन लगाकर फटाकर लगा.

SDM ने खुद खाया बच्चों को दिए जाने वाला खाना
एसडीएम ने निरीक्षण के दौरान आंगनवाड़ी केंद्र पर बच्चों के लिए आने वाले पोषण आहार को खुद खाकर उसकी गुणवत्ता को देखा. जिस पर उसकी गुणवत्ता मानक के हिसाब से नहीं मिली. आंगनवाड़ी केंद्र पर निरीक्षण करने के बाद एसडीएम सिविल लाईन स्थित पोषण आहार वितरण संस्था पर पहुंचे. जहां गणुवत्ता को लेकर चावल, दाल और बेसन की जांच की गई. 

चावल में नजर आए कीड़े
जांच के दौरान एसडीएम जीवनसिंह रजक ने चावल देखे तो उसमें कीड़े नजर आए. जिस पर एसडीएम ने फटकार लगाते हुए कहा कि इस तरह का पोषण आहार आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चों के लिए सप्लाई करते हो. जिसके बाद मिलावट का अंदेशा होने को लेकर चावल, बेसन, मूंग और चने की दाल के सेंपल लिए गए. जांच के दौरान देखा तो बच्चों के लिए जो पोषण आहार बनता था उसके लिए घरेलु गैंस की टंकियों का उपयोग हो रहा था. जिस पर खाद्य विभाग ने मौक से आधा दर्जन टंकियां जब्त की. 

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