मामूली विवाद के बाद स्कूल प्रबंधन ने दोनों बच्चियों की टीसी घर भेज कर उन्हें स्कूल से निकाल दिया.
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धार: मध्य प्रदेश के धार में एक निजी स्कूल ने अपनी तानाशाही चलाते हुए स्कूल में पढ़ रही दो बच्चियों को केवल इसलिए स्कूल से बाहर कर दिया क्योंकि उसके पिता ने स्कूल पहुंचकर बदतमीजी की. स्कूल की ओर से बच्चों की टीसी कूरियर के माध्यम से उनके घर भेज दी गई. दरअसल, बच्ची स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने स्कूल पहुंची तो स्कूल प्रबंधन ने कक्षा आठवीं की छात्रा अविष्का को कार्यक्रम में शामिल नहीं होने दिया. साथ ही उसे बारिश में ही स्कूल के बाहर खड़ा कर दिया. इस मामले को लेकर बच्चियों के पिता जब स्कूल पहुंचे तो, उनसे भी दुर्व्यवहार करके उन्हें रवाना कर दिया.
इस मामले में स्कूल का आरोप है कि बच्चियों के पिता सरोज खड़का ने स्कूल में आकर कुछ दिनों पहले शिक्षकों के साथ दुर्व्यवहार किया था. इसी वजह से बच्चियों को स्कूल से बाहर कर दिया गया. इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी के पास जब शिकायत पहुंची तो, उन्होंने पूरे मामले की जांच करवाने की बात कही. पूरा मामले पर नजर डालें तो धार के सरोज खड़का की 3 बच्चियां धार के एमिनेंट स्कूल में पढ़ती हैं. सभी बच्चियां क्रमश: आठवीं, पांचवी और तीसरी कक्षा में पढ़ती हैं.
वहीं, परिजनों का कहना है कि कक्षा पांचवी में पढ़ने वाली अनुष्का की फेयर कॉपी टीचर ने गुमा दी थी और बाद में बच्ची को पूरी कॉपी दोबारा से कंप्लीट करने के लिए दबाव बनाया. बच्ची ने 4 माह का होमवर्क करने में असमर्थता जताई और इसी शिकायत को लेकर उसके पिता जब स्कूल पहुंचे तो मामले ने तूल पकड़ लिया. मामूली विवाद के बाद स्कूल प्रबंधन ने दोनों बच्चियों की टीसी घर भेज कर उन्हें स्कूल से निकाल दिया.
स्कूल प्रबंधन की इस हरकत को लेकर सभी पैरेंट्स में आक्रोश है. इसके पहले भी स्कूल कई बच्चों को बिना वजह स्कूल से बाहर निकाल चुका है. इस बार मामला एक ही परिवार की तीन बच्चियों से जुड़ा है. यह परिवार मूलतः नेपाल का है और कई वर्षों से धार में रह रहा है. इस मामले में कक्षा 8वीं की बच्ची अविष्का ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर एक मार्मिक अपील भी की है.