ग्वालियरः बेटे की चाह में हैवान बनी मां अपनी ही बेटियों की रोज करती थी पिटाई
Advertisement

ग्वालियरः बेटे की चाह में हैवान बनी मां अपनी ही बेटियों की रोज करती थी पिटाई

मेरे घर में लड़की पैदा हुई तो मेरी पत्नी और उनकी मां बच्चों से बहुत बुरा बर्ताव करती थी. मेरी पत्नी ने कहा हमें सिर्फ लड़का चाहिए. इन्हें किसी और को दे दो. 

बेटे की चाह में करती थी बेटियों की पिटाई

ग्वालियरः जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसे अभियानों के जरिये देश की बेटियों को सुरक्षित माहौल देने की कोशिश कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोग आज भी लड़का और लड़की के बीच के अंतर को कायम रखते हुए बेटियों पर अत्याचार की सारी हदें पार कर रहे हैं. हाल ही का मामला मध्य प्रदेश के ग्वालियर का है. जहां बेटे की चाह में एक महिला अपनी ही बेटियों की दुश्मन बन बैठी. बेटे की चाह में महिला इस कदर पागल हो गई कि वह अपनी दो मासूम बेटियों को इस कदर पीटती की वह अपनी पीड़ा बताने तक के लायक नहीं रहतीं.

बच्ची के शरीर पर चोट के निशान
महिला की बड़ी बेटी का जन्म 2015 में हुआ था. बेटी के पैदा होने पर महिला काफी मायूस हो गई, क्योंकि वह शुरू से ही बेटे की चाहत रखती थी. ऐसे में जब महिला का दूसरा बच्चा भी लड़की ही हुई तो उसने गुस्से में दोनों को मारना शुरू कर दिया. कुछ बड़ी होने पर जब बड़ी बेटी ने पिता को मां की करतूतों की जानकारी दी तो पहले उसे यकीन नहीं हुआ, लेकिन बच्चियों के शरीर पर निशान देखने पर उसे कुछ शक हुआ. मामले की पुष्टी करने के लिए युवक ने घर में चोरी-छिपे कैमरे लगवा दिये. जिसमें महिला की सारी करतूत कैद हो गई.

न्यायालय ने की बच्चियों से बात
इसके बाद पति ने जब पत्नी से इस बारे में पूछा तो वह भड़क उठी. पति-पत्नी में कहासुनी तेज हो गई. जिसके बाद पति ने पत्नी की प्रताड़ना की शिकायत पुलिस में की, लेकिन वहां कोई कार्रवाई नहीं हुई. जिसके चलते पति ने कोर्ट में परिवाद दायर किया. परिवाद में एडीजे कोर्ट ने बाल संरक्षण आयोग की एक टीम को पीड़ित बच्चियों के घर भेजा और बच्चियों के पड़ोसियों से भी बातचीत की. बाद में न्यायालय ने दोनों बच्चियों से खुद बात की और मामले की असलियत सामने आने पर मां पर घरेलू हिंसा का केस दर्ज किया है. फिलहाल आरोपी महिला दिल्ली में अपनी मां के पास है औक दोनों ही बेटियां कॉलेज में कार्यरत अपने पिता के पास महफूज हैं.

महिला पर घरेलू हिंसा का मामला दर्ज
महिला के पति असलम खान के मुताबिक ''मुझे अपनी बच्चियों की रक्षा हेतु घरेलू हिंसा का केस दर्ज कराने के लिए न्यायालय की शरण में आना पड़ा क्योंकि मुझे अपनी बच्चियों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी थी. मेरी पत्नी और उनकी मां को शुरू से ही लड़के की इच्छा थी, लेकिन जब मेरे घर में लड़की पैदा हुई तो मेरी पत्नी और उनकी मां बच्चों से बहुत बुरा बर्ताव करती थी. मेरी पत्नी ने कहा हमें सिर्फ लड़का चाहिए. इन्हें किसी और को दे दो. मैंने उन्हें समझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन बेटे की चाह में वह इस कदर अंधी हो गई थी कि अपनी ही बच्चियों के साथ बुरा बर्ताव करने में उसे जरा भी झिझक नहीं होती थी''

Trending news