प्रशासन की तरफ से ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि कोरोना संक्रमण की स्थिति में लोगों को पहचान करने में आसानी हो सके.
Trending Photos
पीताम्बर जोशी/होशंगाबाद: शराब की दुकानों पर उमड़ी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन सख्त हो गया है. इसलिए जिले में शराब खरीदने वाले लोगों के उंगली में स्याही लगाकर और नाम पता लिखकर शराब दी जा रही है. प्रशासन की तरफ से ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि कोरोना संक्रमण की स्थिति में लोगों को पहचान करने में आसानी हो सके.
जिले की सिवनी मालवा तहसील में बुधवार को जैसे ही शराब की दुकाने खुली वैसे ही शराबियों का जमघट शराब की दुकानों पर लग गया. हालांकि आबकारी विभाग सहित पुलिस प्रशासन ने शराब के ठेकेदारों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए गोले बनवाएं थे. साथ ही शराब लेने आये व्यक्तियों के नाम रजिस्टर में नोट किये जा रहे थे और उनके उंगलियों में चुनाव के समय प्रयोग की जाने वाली स्याही भी लगाई जा रही थी.
छत्तीसगढ़: कोरोना से अब तक 36 मरीज हुए ठीक, प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या हुई 23
जिला आबकारी अधिकारी अभिषेक तिवारी ने बताया कि कोरोना वायरस से जंग जीता जा सके इसलिए लोगों का नाम और पता नोट करने के अलावा स्याही भी लगाई जा रही है. हालांकि प्रशासन के इस कदम को लेकर तमाम अटकलें भी जोर पकड़ रही हैं, क्योंकि बीते दिनों IPS अन्वेश मंगलम ने ट्वीट करते हुए कहा था कि शराब खरीदने वालों के हाथों पर स्याही लगा देने चाहिए. ताकि ऐसे लोगों को मुफ्त की योजनाओं का लाभ न मिल सके.
BJP विधायक आकाश विजयवर्गीय एक बार सुर्खियों में, ऐसे उड़ाया लॉकडाउन का माखौल
हालांकि बाद में उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया था. लेकिन अब आईपीएस के पिछले ट्वीट को लेकर लोग डरे हुए हैं. लोगों को लग रहा है कि कही उनकी भी मुफ्त की योजनाएं बंद न हो जाये.