MP: कमलनाथ सरकार की नई शराब नीति पर BJP ने बोला हल्ला, पढ़ें किसने क्या कहा
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MP: कमलनाथ सरकार की नई शराब नीति पर BJP ने बोला हल्ला, पढ़ें किसने क्या कहा

मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार की नई शराब नीति का भाजपा जमकर विरोध कर रही है। उसके नेता शिवराज सिंह चौहान, राकेश सिंह और गोपाल भार्गव ने कमलनाथ सरकार पर जमकर जुबानी हमला बोला है.

 

भाजपा नेता गोपाल भार्गव (बाईं ओर), शिवराज सिंह चौहान (मध्य में) और राकेश सिंह (दाहिनी ओर).

भोपाल: मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार की नई शराब नीति को लेकर सियासत तेज हो रही है. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बाद अब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने भी नई शराब नीति का जमकर विरोध किया है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह का कहना है कि मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार रेत और शराब माफियाओं के साथ शुरुआत से ही खड़ी है.

उन्होंने कमलनाथ सरकार पर तबादला उद्योग चलाने का भी आरोप लगाया. राकेश सिंह ने कहा कि कमलनाथ सरकार राज्य में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का काम कर रही है और नई शराब नीति इसी दिशा में उठाया गया कदम है. उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार घर-घर तक शराब पहुंचाने का काम करने जा रही है, जबकि कई सर्वे में यह बात साफ तौर पर उभरकर सामने आई है कि शराब के नशे में किए गए अपराधों की दर काफी ज्यादा है.

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शराब के इतने गंभीर परिणाम सामने आने के बावजूद कमलनाथ सरकार ने इसे आसानी से उपलब्ध कराने के लिए नई नीति बनाई है. राकेश सिंह ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने वादा किया था कि वह निराश्रितों के घर तक अनाज पहुंचाएगी लेकिन शराब पहुंचाने का काम कर रही है. इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कमल मलनाथ सरकार के इस फैसले का विरोध किया और कहा कि नई नीति राज्य को शराब के नशे में डूबो देगी.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने साफ कहा है कि उनकी पार्टी कमलनाथ सरकार की इस नई शराब नीति का पुरजोर विरोध करेगी. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कमलनाथ सरकार को यदि मध्यप्रदेश का राजस्व बढ़ाना है तो उसके दूसरे भी उपाय हैं, लेकिन सरकार चाहती है कि पूरा प्रदेश शराब में मस्त रहे ताकि दूसरे मुद्दे ना उठाए जा सकें.

वहीं, मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने नई शराब नीति का विरोध करते हुए ट्वीट किया. जिसमें उन्होंने लिखा कि कांग्रेस ने अपने मुखपत्र में शराब मुक्त प्रदेश बनाने का वचन दिया था. लेकिन एक साल के अंदर ही गांव-गांव में कुकुरमुत्तों की तरह शराब की दुकानें खोलने का फैसला लेकर प्रदेश को शराब युक्त बना दिया है.

उन्होंने लिखा कि कमलनाथ सरकार के इस फैसले का बीजेपी विरोध करती है. गोपाल भार्गव ने कहा कि अगर राज्य सरकार अपना यह फैसला वापस नहीं लेती है तो वह मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरना देंगे. वहीं कमलनाथ सरकार में जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि शिवराज सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान प्रदेशभर में करीब 400 नई शराब की दुकानें खोली थीं, जबकि कमलनाथ सरकार एक भी नई दुकान नहीं खोलने जा रही है.

 

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