Metro Stations In Indore: इंदौर के एमजी रोड पर सब स्टेशन बनाने को लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है. प्रदर्शन में शामिल लोग, जिनमें पूर्व विधायक और सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल हैं, उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं, तो आंदोलन को और बड़ा आकार देंगे.
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Indore News: एमजी रोड पर स्थित छोटा गणपति क्षेत्र में एक ऐसा मामला सामने आया है, जो यहां रहने वाले लोगों और दुकानदारों के लिए बुरी खबर है. दरअसल, मेट्रो प्रबंधन ने इस क्षेत्र में नए सब स्टेशन बनाने की योजना बनाई है, जिसके तहत लगभग 45 मकानों को हटाने की तैयारी है, जैसे ही यह सूची सामने आई, तो स्थानीय लोग इससे आहत और नाराज हो गए. अब, यह मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है, 21 अप्रैल यानि आज सुबह, छोटा गणपति मंदिर के पास भारी संख्या में लोग जुटे और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. सवाल उठने लगा है कि क्या विकास के नाम पर लोगों को नुकसान पहुंचाना जरूरी है? चेतावनी दी जा रही है कि विरोध को बड़े आंदोलन तक लेकर जाएंगे.
कुछ मकानों को हटाने की सूची जारी
आपको बता दें कि इस सूचना के बाद एमजी रोड के महंत परिसर, तंबोली बाखल, मल्हारगंज और टोरी कॉर्नर में रहने वाले लोग इन दिनों काफी परेशान हैं. मेट्रो प्रबंधन ने इन इलाकों के कुछ मकानों को हटाने की सूची जारी की है और अब यहां के लोगों और व्यापारियों में काफी विरोध देखने को मिल रहा है.
क्यों बढ़ाई जा रही परेशानी?
इन लोगों का कहना है कि मल्हारगंज, छोटा गणपति और बड़ा गणपति के बीच बस आधे किलोमीटर की दूरी है, तो फिर यहां नया सब स्टेशन बनाने की क्या जरूरत है? ये इलाका पहले से ही मेट्रो नेटवर्क से कनेक्ट है, तो फिर इस कदम से यहां के लोगों को परेशानी ही क्यों बढ़ाई जा रही है? वहीं स्थानीय लोगों और व्यापारियों का कहना है कि अगर यहां पर यह सब स्टेशन बनेगा तो इससे हम लोगों को भारी नुकसान झेलना पड़ेगा. इसके अलावा, यहां पर कई दुकानें और मकान तो पुश्तैनी बने हुए हैं उनका क्या होगा.
बड़ा आंदोलन की चेतावनी
यहां हो रहे धरना प्रदर्शन में पूर्व विधायक सत्यनारायण सतन और सामाजिक कार्यकर्ता किशोर कोडवानी समेत कई प्रमुख लोगों ने अपनी बात रखी. प्रदर्शनकारियों का साफ कहना है कि अगर उनकी मांगों को नजरअंदाज किया गया, तो वे इसे लेकर बड़ा आंदोलन करेंगे. इसके लिए छोटा गणपति सब स्टेशन हटाओ संघर्ष समिति भी बना दी गई है, जिसमें शेखर गिरी, अशोक चौहान (चांदू), मनोज श्रीवास्तव, छोटे शर्मा और राजेश महंत जैसे कई स्थानीय व्यापारी और रहवासी शामिल हैं. उनका मानना है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तो उनका विरोध और तेज होगा.