इंदौरः कहा जाता है कि हर अपराधी अपने अपराध का कोई ना कोई सबूत तो छोड़ता ही है, लेकिन इंदौर में एक किशोर लड़की की हत्या के मामले में इंदौर जीआरपी को कोई सबूत नहीं मिल रहा था. ऐसी स्थिति में जीआरपी ने ऐसा प्लान बनाया कि आरोपी खुद गिरफ्तार होने इंदौर पहुंच गया!


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ट्रेन से कटकर हुई थी किशोरी की मौत
दरअसल बीती 28 अप्रैल 2021 को इंदौर के नजदीक मांगलिया गांव के रेलवे स्टेशन पर एक किशोरी की लाश बरामद हुई थी. ट्रेन की चपेट में आने के चलते किशोरी की शरीर दो हिस्सों में बंट गया था. पोस्टमार्टम के दौरान पता चला कि मौत से पहले पीड़िता के साथ बलात्कार भी किया गया था. रेलवे से जुड़ा होने के चलते मामले की जांच जीआरपी (राजकीय रेलवे पुलिस) कर रही थी. हालांकि जीआरपी को इस मामले में कोई सबूत नहीं मिल पा रहा था. बस पूछताछ के दौरान ये पता चला कि जिस गांव के नजदीक ये घटना हुई वहां यूपी के ललितपुर के कुछ लड़के किराए पर रहते थे और घटना के बाद से ही वह फरार थे. 


ललितपुर जाकर की जीआरपी ने जांच
शक के आधार पर जीआरपी ने ललितपुर जाकर भी आरोपियों का पता लगाने की कोशिश की लेकिन कुछ पता नहीं चल सका. भास्कर की खबर के अनुसार, जीआरपी के अधिकारियों ने एक प्लान बनाया और ललितपुर में यह अफवाह फैला दी कि आरोपी सीसीटीवी कैमरे में कैद है और जल्द ही पुलिस उस तक पहुंच जाएगी. इसके बाद जीआरपी के अधिकारी वापस इंदौर लौट आए. 


आरोपी खुद पहुंचा इंदौर
अफवाह को सुनकर ललितपुर के एक गांव में रहने वाला नाबालिग आरोपी डर गया. इसके बाद वह ये देखने इंदौर आया कि आखिर किस सीसीटीवी कैमरे में उसकी तस्वीर कैद हुई होगी? इसके बाद इंदौर जीआरपी को एक मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी इंदौर के लिए निकला है. जैसे ही नाबालिग आरोपी इंदौर पहुंचा, जीआरपी ने उसे धर दबोचा. 


आरोपी ने सुनाई ये कहानी
खबर के अनुसार, पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने किशोरी की हत्या नहीं की. दरअसल वह उससे प्यार करती थी और शादी करना चाहती थी. लड़के ने मना किया तो गुस्से में ट्रेन के नीचे लेटकर उसने अपनी जान दे दी.