स्कूल बिल्डिंग बनाने में किया भ्रष्टाचार, तो हुई जेल
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स्कूल बिल्डिंग बनाने में किया भ्रष्टाचार, तो हुई जेल

  छतीसगढ़ के गरियाबंद में एक पंचायत सचिव को सरकारी राशि के गबन के आरोप में जेल भेज दिया गया है जबकि सरपंच पर गिरफ़्तारी की तलवार लटकी है. पूरा मामला मैनपुर विकासखंड के गौरगांव पंचायत का है, दरअसल, पंचायत के लिए साल 2007 में शाला भवन निर्माण की राशि जारी हुई थी जिसे सचिव सुकदेव और सरपंच फरसूराम ने निकाल लिया लेकिन निर्माण का काम नहीं कराया. 9 साल बाद एसडीएम सैलाभ साहू ने मामले का संज्ञान लेते हुए दोनों को निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए लेकिन उसके बाद भी दोनों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया, चूंकि दोनों के सिग्नेचर के बाद पैसे निकाले गए थे. लिहाज़ा, एसडीएम ने दोनों को बराबर दोषी माना, हालांकि, खुद को फंसता देख सरपंच 50 हजार जमा करके बाकी रकम 15 दिन में जमा करने का आश्वासन देकर कार्रवाई से बच गया, मगर सचिव ने कोई राशि जमा नहीं की. ऐसे में एसडीएम ने उसे जेल भिजवा दिया, साथ ही मैनपुर तहसीलदार को उनकी संपत्ति कुर्क करने के आदेश दिये हैं, सरपंच को भी एसडीएम ने बाकी पैसों के लिए 30 सितंबर तक की मोहलत दी है. एसडीएम का कहना है कि अगर तय वक्त पर सरपंच ने पैसे नहीं दिए तो उसके ख़िलाफ़ भी एक्शन लिया जाएगा.

गरियाबंद:  छतीसगढ़ के गरियाबंद में एक पंचायत सचिव को सरकारी राशि के गबन के आरोप में जेल भेज दिया गया है जबकि सरपंच पर गिरफ़्तारी की तलवार लटकी है. पूरा मामला मैनपुर विकासखंड के गौरगांव पंचायत का है, दरअसल,  पंचायत के लिए साल 2007 में शाला भवन निर्माण की राशि जारी हुई थी, जिसे सचिव सुकदेव और सरपंच फरसूराम ने निकाल लिया, लेकिन निर्माण का काम नहीं कराया. 9 साल बाद एसडीएम सैलाभ साहू ने मामले का संज्ञान लेते हुए दोनों को निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए, लेकिन उसके बाद भी दोनों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया, चूंकि दोनों के सिग्नेचर के बाद पैसे निकाले गए थे. लिहाज़ा, एसडीएम ने दोनों को बराबर दोषी माना, हालांकि, खुद को फंसता देख सरपंच 50 हजार जमा करके बाकी रकम 15 दिन में जमा करने का आश्वासन देकर कार्रवाई से बच गया, मगर सचिव ने कोई राशि जमा नहीं की. ऐसे में एसडीएम ने उसे जेल भिजवा दिया, साथ ही मैनपुर तहसीलदार को उनकी संपत्ति कुर्क करने के आदेश दिये हैं, सरपंच को भी एसडीएम ने बाकी पैसों के लिए 30 सितंबर तक की मोहलत दी है. एसडीएम का कहना है कि अगर तय वक्त पर सरपंच ने पैसे नहीं दिए तो उसके खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा.

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