कमलनाथ सरकार के लिए मुसीबत न बन जाए 'जयस', इशारों में मिली ये चेतावनी
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कमलनाथ सरकार के लिए मुसीबत न बन जाए 'जयस', इशारों में मिली ये चेतावनी

जयस का मध्य प्रदेश के मालवा निमांड क्षेत्र में प्रभाव है और कांग्रेस ने जयस से समझौता कर एक सीट जयस को दी थी.

डॉ. हीरालाल अलावा एम्‍स में डॉक्‍टर थे और नौकरी छोड़कर सियासी समर में कूदे हैं. (फाइल फोटो)

भोपाल: मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता में हुई वापसी के बीच मुसीबतें भी शुरू होने लगी हैं. कांग्रेस को सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देना बड़ी चुनौती बनता जा रहा है. जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन (जयस) के प्रमुख और कांग्रेस के विधायक डॉ. हीरा अलावा ने इशारों-इशारों में मंत्री न बनाए जाने पर चेतावनी दे डाली है.

डॉ. अलावा ने सोमवार को ट्वीट किया है- "जयस ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है. वादे के मुताबिक, जयस की भागीदारी सरकार में होनी चाहिए, जयस को अनदेखा करना कांग्रेस की बड़ी भूल होगी."

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बता दें कि धार जिले के मनावर विधानसभा क्षेत्र से डॉ. अलावा कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीते हैं. जयस और कांग्रेस के बीच हुए गठबंधन के चलते यह विधानसभा क्षेत्र उन्हें दिया गया था.

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पहली बार के विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने की बात कही है, उसके बाद डॉ. अलावा के इस ट्वीट को काफी अहम माना जा रहा है.

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दरअसल, जयस का मालवा निमांड क्षेत्र में प्रभाव है और कांग्रेस ने जयस से समझौता कर एक सीट जयस को दी थी. जयस के साथ हुए समझौते से कांग्रेस को मालवा निमांड में बड़ी सफलता मिली है. जयस अब सरकार में हिस्सेदारी मांग रहा है.

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