विवेक शुक्ला/भोपाल: 28 विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव को लेकर राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं. इस बीच मध्य प्रदेश इलेक्शन वॉच एंड एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने मध्यप्रदेश उपचुनाव को लेकर आंकड़े जारी किए हैं. कुल 28 सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव में विभिन्न राजनीतिक दलों से और निर्दलीय के तौर पर 355 उम्मीदवार मैदान में चुनावी ताल ठोक रहे हैं. वैसे तो मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस में है लेकिन कई मामलों में दूसरे दल भी इनसे पीछे नहीं है.


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कौन कितना पढ़ा-लिखा?
कुल उम्मीदवारों में से 55 प्रतिशत यानि 195 प्रत्याशियों की शिक्षा कक्षा 5वीं से 12 वीं तक के बीच में हैं. शिक्षा व्यवस्था हमेशा एक बड़ा मुद्दा रहता है. दावे- वादे के बीच चुनावी मैदान में जनता के बीच हाथ जोड़कर वोट मांगने वाले नेताओं की शिक्षा भी सामने आई है . 
अनपढ़                04
साक्षर                  21
पांचवीं                 22
आठवीं                52
दसवीं                  51
बाहरवीं               70
स्नातक                 53
स्नातक(प्रोफेनल) 29
स्नातकोत्तर           47
डॉक्टरेट               02


यानि चपरासी की नौकरी के लिए जहां इंजीनियर और पीएचडी जैसे हाई-फाई क्वालीफाइड उम्मीदवार सामने आते है वहीं चुनाव के मैदान में औसत शिक्षा वाले भी औसत ही हैं मतलब ये कि कई तो स्कूल गए ही नहीं और बहुत से ऐसे हैं जो स्कूल से आगे बढ़ नहीं पाए.


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आपराधियों का राजनीतिकरण
राजनीति में शामिल लोगों को व्हाइट कॉलर का दर्जा दिया जाता है लेकिन राजनीति में बढ़ते अपराधिक पृष्ठभूमि वाले नेताओं की धमक कम नहीं हो रही है . इस मामले में कोई दल किसी से पीछा नहीं है. दागियों को टिकट देने में कोई दल चूका नहीं और सीट निकालने की गुंजाइश में यहां सब जायज है. 


पार्टी                आपराधिक मामले वाले प्रत्याशी                     गंभीर आपराधिक मामले वाले प्रत्याशी


भाजपा              12                                                              08
कांग्रेस              14                                                               06
बीएसपी            08                                                               03


तो कुल मिलाकर कांग्रेस के 50 प्रतिशत और बीजेपी के 43 प्रतिशत और बीएसपी के 29 प्रतिशत उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं.


कौन कितना पैसे वाला?
355 में से 80 उम्मीदवार करोड़पति हैं.चुनावों में भी मंहगाई है और लगातार चुनाव मंहगा होता जा रहा है. यह बात खुद नेताओं की तरफ से कही जाती है.  नेता जो  सभाओं से गरीबी कम करने का वादा करते है वो नेता कितने गरीब या अमीरी हैं यह भी जानिए.


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भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी
28 सीटों में से सबसे ज्यादा करोड़पति उम्मीदवार इस दल से हैं. कुल 28 में से 23 उम्मीदवार करोड़पति हैं. यानि कि इस दल से 82 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं. राजवर्धन सिंह दत्तीगांव बदनावर से प्रत्याशी हैं और इनके पास कुल 13 करोड़ 45 लाख से ज्यादा की संपत्ति है. सरकार पलटने वाले सिंधिया समर्थक 22 विधायकों में से 18 विधायक करोड़पति हैं. पार्टी की सबसे कम अमीर नेपानगर प्रत्याशी सुमित्रादेवी कास्डेकर हैं जिनके पास 55लाख से ज्यादा है. सांची से प्रत्याशी प्रभुराम चौधरी की सालाना आय 98 लाख रुपये है जो कि 354 प्रत्याशियों से ज्यादा है.


कांग्रेस 28 में से 22 प्रत्याशी करोड़पति
कांग्रेस के प्रत्याशी भी आर्थिक रूप से कमजोर थोड़े ही है. कुल 28 में से 22 उम्मीदवार करोड़पति हैं. यानि कि कुल प्रत्याशियों का 79 प्रतिशत. प्रेमचंद्र गुड्डू जो कि सांवेर से चुनावी मैदान में वो न सिर्फ कांग्रेस के बल्कि बाकि 354 उम्मीदवारों और दलों से भी आगे है.प्रेमच्ंद्र गुड्डू के पास 86 करोड़ से ज्यादा की चल अचल संपत्ति है . इस लिहाज से वह सबसे अमीर प्रत्याशी हैं.बड़ा मलहरा से रामसिया भारती 11 लाख की संपत्ति के साथ कांग्रेस के सबसे कम अमीर प्रत्याशी हैं


BSP के 13 के हैं धनवान 
करोड़पति उम्मीदवार इस पार्टी में भी कम नहीं हैं लेकिन भाजपा और कांग्रेस से कम हैं . कुल 28 प्रत्याशियों में 13 यानि कि 46 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं. सबसे ज्यादा अमीर दतिया के भांडेर से प्रत्याशी महेंद्र बौध हैं जिनके पास 6 करोड़ की संपत्ति है. बुरहानपुर की नेपानगर सीट से प्रत्याशी भालसिंह 3 लाख 86 हजार की संपत्ति के पार्टी के सबसे कम अमीर प्रत्याशी हैं.


सरकार गिराने वाले सिंधिया समर्थक 18 प्रत्याशी करोड़पति, कांग्रेस के आधे उम्मीदवारों पर आपराधिक केस


सबसे गरीब उम्मीदवार
इस उपचुनाव में अमीर प्रत्याशियों के बीच सबसे गरीब प्रत्याशी को भी जानना चाहिए. ग्वालियर से पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया(डेमोक्रेटिक) की उम्मीदवार चीना बेगम सिर्फ 3000 रुपये की मालकिन हैं


355 उम्मीदवारों का आर्थिक ब्यौरा


संपत्ति की कीमत                                 उम्मीदवारों की संख्या
5 करोड़ से ज्यादा                                      5
2 करोड़ से 5 करोड़ तक                            25
50 लाख से 2 करोड़ तक                            77
10 लाख से 50 लाख तक                            100
10 लाख से कम                                        138


2004 से 2019 तकः 15 साल में 25 फीसदी बढ़ी कमलनाथ की संपत्ति, 5 करोड़ से पहुंचे 124 करोड़ तक


आधी आबादी को सिर्फ 6 प्रतिशत मौका
महिलाओं को पुरुषों के बराबरी का हक दिलाने का दावा और वादा करने वाले माननीयों की भीड़ में महिला उम्मीदवारी न के बराबर नजर आती है.
कुल 355 उम्मीदवारों में से सिर्फ 22 उम्मीदवार महिलाएं है बाकि 333 प्रत्याशी पुरुष हैं. 28 सीटों पर 93.8 फीसदी पुरुष उम्मीदवार हैं और 6.2 प्रतिशत महिलाएं हैं. बराबरी कोसो दूर नजर आ रही है.


छोटी-छोटी मगर मोटी बातें
कुल 355 उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा 31-40 आयु वर्ग के उम्मीदवार हैं और सबसे कम  71-80 आयु वर्ग के उम्मीदवार हैं. 41-50 आयु वर्ग के दूसरे सबसे ज्यादा 97 उम्मीदवार मैदान में हैं. 
28 सीटों पर कुल 355 उम्मीदवार मैदान में हैं लेकिन 1 सीट पर सबसे ज्यादा उम्मीदवार मेहगांव में हैं यहां  38 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं. धार के बदनावर में सिर्फ 3 उम्मीदवार ही चुनाव के मैदान में हैं
355 में से 307 उम्मीदवारों ने अपना परमानेंट अकाउंट नंबर  यानि पैन  शेयर किया है लेकिन 48 उम्मीदवारों ने पैन विवरण नहीं दिया है.


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