वाह! क्या कलाकारी है
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वाह! क्या कलाकारी है

कोरबा के रहने वाले कलाकार हरी सिंह की कला कमाल की है, हरी सिंह पेंसिल से लिखते नहीं बल्कि पेंसिल पर 'लिखते' हैं, पढ़िए इस कमाल की कला के बारे में। 

वाह! क्या कलाकारी है

कोरबा: आप पेंसिल से लिखते होंगे लेकिन छत्तीसगढ़ के कोरबा में एक कलाकार ऐसा है जो पेंसिल से नहीं बल्कि पेंसिल पर लिखते हैं।

जी हां ये कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन पेंसिल की नोंक, चावल, गेंहू से लेकर कई खाद्य समाग्रियों पर करते हैं।

पुरातत्व विभाग में मार्गदर्शक हरी सिंह क्षत्रीय पेंसिल की नोंक पर कई आकृतियां तराशते हैं जिसको देखकर लोग हैरान हो जाते हैं।

सिर्फ एक ब्लेड के सहारे हरी सिंह मिनटों में किसी पेंसिल की नोंक पर कोई भी आकृति उकेर सकते हैं।

नाजूक और पतली पेंसिंल की नोंक पर देवी देवताओं और क्रांतिकारियों की आकृति उकेरना इनके लिए दाएं हाथ का खेल है। 

इतना ही नहीं वो चावल, गेंहू जैसे छोटी समाग्रियों पर भी बखूबी अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं।

आमतौर पर लोगों के घरों में सजावट के सामान आर्टिफिशियल होते हैं लेकिन हरी सिंह के घर में सभी साजो-सज्जा के सामान उनकी ख़ुद की कलाकारी का नमूना हैं।

घर के अलावा उनकी बनाई गईं पेंटिंग्स और कई कलाकृतियां म्यूज़ियम्स की शोभा बढ़ा रही हैं। 

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