Akshay Kanti Bam: मध्य प्रदेश की एक और लोकसभा सीट पर कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी ने अपना नामांकन वापस ले लिया है, जिससे यहां बीजेपी की राह आसान हो गई है. खास बात यह है कि इंदौर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी का गृह जिला है, ऐसे में यह कांग्रेस के लिए दौहरा झटका भी माना जा रहा है. इससे पहले खुजराहो में भी सपा प्रत्याशी का नामांकन खारिज हो गया था. जबकि अब इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी के मैदान छोड़ने से दो सीटों पर बीजेपी को सीधी बढ़त दिख रही रही है. 


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अक्षय कांति बम ने वापस लिया नामांकन 


इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. सबसे पहले मोहन सरकार में सीनियर मंत्री कैलाश विजवयर्गीय ने उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर डाली जिसमें कांग्रेस के प्रत्याशी अक्षय कांति बम कैलाश विजयवर्गीय और बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला के साथ नजर आ रहे थे. उन्होंने सीधे जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचकर नामांकन वापस ले लिया. बताया जा रहा है कि वह जल्द ही बीजेपी कार्यालय पहुंचकर बीजेपी में शामिल होंगे. अक्षय कांति बम के नामांकन वापस लेने से इंदौर में बीजेपी प्रत्याशी शंकर लालवानी को वॉकओवर मिलता हुआ नजर आ रहा है. 


खजुराहो जैसा खेला 


इंदौर में देखा जाए तो खजुराहो जैसा खेला हुआ है. खजुराहो में सपा प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त हो गया था, जिससे यहां बीजेपी प्रत्याशी वीडी शर्मा के सामने कोई मजबूत प्रत्याशी नहीं बचा था. जबकि अब इंदौर में भी अक्षय कांति बम के मैदान छोड़ने की वजह से बीजेपी के सामने कोई मजबूत प्रत्याशी नहीं बचा है, क्योंकि मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही सीधा मुकाबला रहता है. ऐसे में इंदौर में इस बार बीजेपी ने बड़ा खेल किया है. बता दें कि अक्षय कांति बम के नामांकन वापस लेने के बाद अब इंदौर लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी शंकर लालवानी को मिलाकर कुल 19 और प्रत्याशी मैदान में हैं, जो निर्दलीय या फिर अलग-अलग पार्टियों के हैं. 


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तीन प्रत्याशियों ने वापस लिए नाम 


इंदौर लोकसभा सीट पर कुल 23 उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन अब तक अक्षय कांति बम समेत कुल 3 प्रत्याशियों ने नामांकन वापस ले लिया है. खास बात यह है कि नाम वापसी के लिए दोपहर 3 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है. ऐसे में अब केवल 19 प्रत्याशी ही मैदान में बचे हैं. खास बात यह है कि इससे पहले गुजरात की सूरत लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन निरस्त हुआ था, जिसके बाद सभी 7 दूसरे प्रत्याशियों ने भी नाम वापस ले लिया था, जिससे यहां बीजेपी प्रत्याशी की निर्विरोध जीत हो गई थी. ऐसे में राजनीतिक जानकार यह भी अंदाजा लगा रहे है कि शायद ऐसा ही खेला इंदौर में भी हो सकता है. हालांकि अब तक इसको लेकर कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है. 


पटवारी भी सक्रिए 


बताया जा रहा है कि इस घटनाक्रम के बाद पीसीसी चीफ जीतू पटवारी भी सक्रिए हो गए हैं, माना जा रहा है कि जिस तरह से खजुराहो में कांग्रेस ने ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के उम्मीदवार आरबी प्रजापति को समर्थन किया था, उसी तरह से कांग्रेस इंदौर में भी किसी दूसरे प्रत्याशी का समर्थन कर सकती है. जिसके लिए जीतू पटवारी भी सक्रिए नजर आ रहे हैं, क्योंकि इंदौर जीतू पटवारी का गृह जिला है, ऐसे में सबसे ज्यादा जिम्मेदारी उन्हीं की मानी जा रही है. 


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