मध्य प्रदेश: BJP की बैठक में नहीं पहुंचे दो बागी विधायक
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मध्य प्रदेश: BJP की बैठक में नहीं पहुंचे दो बागी विधायक

पार्टी के प्रदेश कार्यालय में सदस्यता अभियान की समीक्षा एवं सक्रिय सदस्यता अभियान को लेकर बैठक हुई. 

 (फाइल फोटो)

भोपाल: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की मध्यप्रदेश इकाई के सदस्यता अभियान को गति देने के मकसद से गुरुवार को बुलाई गई बैठक में वे दोनों विधायक नहीं पहुंचे जिन्होंने कांग्रेस के विधेयक का विधानसभा में समर्थन किया था। वहीं पार्टी ने 30 लाख नए सदस्य बनाने का दावा किया है। 

पार्टी के प्रदेश कार्यालय में सदस्यता अभियान की समीक्षा एवं सक्रिय सदस्यता अभियान को लेकर बैठक हुई। सदस्यता अभियान 11 अगस्त तक चलना है, सक्रियता अभियान नौ से 11 अगस्त तक चलाया जाना है।

इस बैठक में बीजेपी के दो विधायक नारायण त्रिपाठी और शैलेंद्र कोल नहीं पहुंचे। इन दोनों विधायकों ने विधानसभा में बगावत कर कांग्रेस के विधेयक का समर्थन किया था।  विधायकों की गैर मौजूदगी पर जब प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह से संवाददाताओं ने पूछा तो उन्होंने कहा कि कई विधायकों ने बैठक में नहीं आ पाने सूचना दी थी। 

बीजेपी की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिह ने बैठक में कहा कि बीजेपी के सदस्यता अभियान को लेकर चारों ओर उत्साह का वातावरण है। आठ अगस्त तक प्रदेश के सभी संगठनात्मक जिलों में तय लक्ष्य को पूरा कर लिया जाए और नौ से 11 अगस्त के बीच तीन दिवसीय विशेष सदस्यता अभियान चलाया जाएगा, जिसमें कार्यकर्ता बाजारों में वृहद सदस्यता, विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों के बीच में पहुंचेंगे। 

सूत्रों का कहना है कि बीजेपी ने राज्य में 50 लाख नए सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा था, जिससे पार्टी अभी दूर है। वहीं बीजेपी कह रही है कि पिछली सदस्यता से 20 प्रतिशत अधिक सदस्य बनाने हैं। इस प्रकार यह आंकड़ा 20 लाख के करीब होता है। लेकिन ऑनलाइन तथा पत्रक के माध्यम से सदस्यता को 30 लाख के ऊपर पहुंचा दिया है। अर्थात 20 प्रतिशत के आंकड़े से लगभग 10 लाख सदस्य अधिक बनाए जा चुके हैं। अभी आने वाले दिनों में मोर्चे के विशेष सदस्यता अभियान चलेंगे तथा पार्टी का तीन दिवसीय विशेष सदस्यता अभियान भी चलने वाला है। 

सूात्रों का कहना है कि सदस्यता अभियान को लेकर बुलाई गई बैठक में बड़ी संख्या में विधायकों और वरिष्ठ नेताओं का गैर हाजिर रहना चर्चा में है। वहीं नए सदस्यों की संख्या को लेकर पार्टी के बड़े नेता संतुष्ट नजर नहीं आए। 

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