भोपाल में अब दूल्हे नहीं पूरी कर सकेंगे 'घुड़चढ़ी' की रस्म
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भोपाल में अब दूल्हे नहीं पूरी कर सकेंगे 'घुड़चढ़ी' की रस्म

राजधानी में अब शादी में होने वाली रस्म 'घुड़चढ़ी' पर संकट के बादल छा गए हैं.

भोपाल प्रशासन के नए आदेश के बाद बारात में अब घोड़ी का उपयोग नहीं होगा.(प्रतीकात्मक फोटो)

भोपाल: राजधानी में अब शादी में होने वाली रस्म 'घुड़चढ़ी' पर संकट के बादल छा गए हैं. भोपाल प्रशासन के नए आदेश के बाद बारात में अब घोड़ी का उपयोग नहीं होगा. खबर है कि नगर निगम प्रशासन ने आदेश जारी करते हुए शहर में घोड़ों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. बताया जा रहा है कि शहर के एक घोड़े में ग्लैंडर्स नाम की बीमारी मिलने के बाद प्रशासन ने ये रोक लगाई है. निगम कमिश्नर प्रियंका दास ने घोड़ों की प्रजाति के किसी भी काम में उपयोग पर रोक लगाने के आदेश दिए हैं. हालांकि निगम प्रशासन के आदेश के बावजूद शादियों में घोड़ों का प्रयोग हो रहा है. ये प्रतिबंध गधों और खच्चरों पर भी लागू होगा. 

  1. घोड़ों के उपयोग पर लगा भोपाल में प्रतिबंध

    नगर निगम प्रशासन ने जारी किया आदेश

    काजी कैंप में एक घोड़े में मिली ग्लैंडर्स बीमारी

दरअसल, शहर के काजी कैंप में एक घोड़े में ग्लैंडर्स नाम की बीमारी मिलने का मामला सामने आया है. इसके बाद नगर निगम कमिश्नर प्रियंका दास ने आदेश जारी करते हुए शहर में घोड़ों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. साथ ही निगम के वेटरनरी विभाग को शहर के सभी घोड़ों की जांच करने के आदेश भी दिए हैं. वेटरनरी विभाग को शहर के सभी घोड़ों की जांच करेगा औऱ बीमार घोड़ों को अन्य घोड़ों से अलग भी रखेगा. वेटरनरी विभाग का कहना है कि जब तक शहर में एक भी घोड़े में ये बीमारी रहेगी, तब तक प्रतिबंध जारी रहेगा. विभाग का कहना है कि इस बीमारी का घोड़ों से मनुष्यों में भी फैलने का खतरा रहता है. आपको बता दें कि शहर में करीब 500 घोड़े हैं. जिनमें से 200 से अधिक पुलिस और खेल विभाग के पास हैं. 

क्या है ग्लैंडर्स बीमारी 
ग्लैंडर्स नाम की इस बीमारी में घोड़े को बुखार और शरीर पर चकते हो जाते हैं. पशु चिकित्सकों की मानें, तो इस बीमारी से ग्रस्त होने पर घोड़ा खाना-पीना छोड़ देता है और उसकी हालत गिरती जाती है. वहीं बीमार घोड़े के संपर्क में आने वाले लोगों को भी यही बीमारी होने का खतरा रहता है. पशु चिकित्सकों का मानना है कि ग्लैंडर्स बीमारी की रोकथाम के लिए प्रतिबंध ही सबसे अच्छा विकल्प है.

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