मध्य प्रदेशः इस्तीफा देने के बाद बोले शिवराज- 'हार की जिम्मेदारी मेरी, मेरी और सिर्फ मेरी'
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मध्य प्रदेशः इस्तीफा देने के बाद बोले शिवराज- 'हार की जिम्मेदारी मेरी, मेरी और सिर्फ मेरी'

'राज्य में हमें जनता का भरपूर प्यार मिला, लेकिन हम संख्यावश पीछे रह गए. इसलिए अब मैं सरकार बनाने के लिए दावा पेश नहीं करूंगा.'

शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंपा

भोपालः मध्य प्रदेश में मिली हार की जिम्मेदारी लेते हुए शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा देने की बात कही है. प्रदेश में मिली भारी शिकस्त पर सरकार बनाने के लिए दावा पेश न करने की बात कहते हुए उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के अंदाज में कहा कि 'मध्य प्रदेश में मिली हार की जिम्मेदारी सिर्फ मेरी, मेरी और मेरी है. राज्य में हमें जनता का भरपूर प्यार मिला, लेकिन हम संख्यावश पीछे रह गए. इसलिए अब मैं सरकार बनाने के लिए दावा पेश नहीं करूंगा. कमलनाथ को मैंने सरकार बनाने की शुभकामनाएं दे दी हैं और स्पष्ट बहुमत न आने के कारण अब मैं राज्यपाल महोदया को अब अपना इस्तीफा सौंप रहा हूं.'

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'मैं सबसे बड़ा सर्वेयर'-
बता दें इससे पहले एक्जिट पोल के नतीजों पर जब सीएम शिवराज से चर्चा की गई थी तो वह राज्य में भाजपा की जीत को लेकर काफी आश्वस्त नजर आ रहे थे. एग्जिट पोल में विपरीत नतीजों पर जब जब उनसे सवाल किया गया था तो उन्होंने कहा था कि 'वह एग्जिट पोल के नतीजों को नहीं मानते. हमें पूरा भरोसा है कि राज्य में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी ही सरकार बनाएगी और पूरे बहुमत के साथ सरकार बनाएगी.' इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि ''मुझसे बड़ा सर्वेयर कोई नहीं हो सकता, जो दिन और रात जनता के बीच घूमता है. इसलिए पूरे विश्वास के साथ कह रहा हूं कि भारतीय जनता पार्टी ही सरकार बनाएगी. क्योंकि यह  गरीबों, किसानों के लिए जरूरी है.''

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बता दें एग्जिट पोल में बीजेपी को काफी कम सीटें दी गई थीं, जिसके चलते ही उन्होंने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राज्य में एक बार फिर भाजपा के सरकार बनाने की बात कही थी. बता दें मध्य प्रदेश में साल 2003 में बीजेपी सत्ता में आई थी. 230 सदस्यीय विधानसभा में किसी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 116 सीटें जीतने की जरूरत है. साल 2013 में बीजेपी ने 165 सीटें जीती थीं, कांग्रेस को 58 सीटें मिली थीं, बसपा को चार और निर्दलियों ने तीन सीटें जीती थीं. जबकि इस बार मध्य प्रदेश में भाजपा को 109, कांग्रेस को 114, बसपा को 2 जबकि अन्य को 5 सीटें मिली हैं. वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने कांग्रेस को समर्थन देने की बात कही है. जिससे कांग्रेस के पास 116 सीटें होंगी.

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