सतनाः मध्य प्रदेश के सतना (Satna) जिले में डेंगू बुखार (Dengue Fever) का कहर जारी है. शहर के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में भी डेंगू बुखार के मरीज लगातार चिन्हित हो रहे हैं. जहां कुछ का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा तो कुछ जिले से बाहर जबलपुर और नागपुर में उपचार करा रहे हैं. सतना शहर के कई इलाकों में दर्जनों मरीज चिन्हित हुए हैं, इसके बाबजूद डेंगू मच्छर के रोकथाम के लिए अब तक जिला प्रशासन ने कोई इंतजाम नहीं किए हैं और न ही इस मामले में गंभीर नजर आ रहा है.
सतना जिले के ग्रामीण इलाके बाबूपुर, फुटौधी, जसो के कोडर और सतना नगर निगम क्षेत्र के घूरदांग राजेंद्रनगर और डालीबाबा इलाके में डेंगू का कहर है. यहां कई मरीज डेंगू बुखार के चिन्हित हो चुके हैं. आलम ये है कि अकेले सतना के डालीबाबा इलाके में तीन दर्जन से ज्यादा मरीज को डेंगू पॉजिटिव मिला है. इसमें से एक सोनी परिवार के चार लोग डेंगू बुखार से ग्रसित हैं, जिनका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है. डेंगू से पीड़ित मरीजों में खौफ है और अब लोग मरीज लेकर बड़े शहरों में उपचार करा रहे हैं. हैरानी की बात ये है कि सतना में डेंगू के लार्वा पनप चुके हैं और अभी तक न तो नगर निगम न मलेरिया विभाग और न ही स्वास्थ्य विभाग ने इसके खात्मे के लिए कोई कदम उठाए हैं.
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हालांकि डेंगू के मरीजों के उपचार के लिए जिला अस्पताल में अलग से एक बार्ड आरक्षित किया गया है और डॉक्टर डेंगू बुखार पर गंभीरता बरतने के लिए लोगों से अपील कर रहे हैं. जिला स्वास्थ्य अधिकारी आर एस अबधिया ने अपील की है कि तेज बुखार आने और शरीर मे दर्द होने पर जल्द डॉक्टरों की मदद लें. वहीं चिन्हित क्षेत्रो में डेंगू लार्वा नष्ट करने की बात कह रहे हैं.
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बहरहाल, जिले में डेंगू के लार्वा बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं. पिछले साल डेंगू बुखार से 6 मरीजों की मौत हुई थी और अब इस साल भी डेंगू का कहर शुरू हो चुका है. जरूरत है डेंगू के लार्वा को नष्ट करने के लिए ठोस कदम उठाने की साथ मे लोगों को जागरूक करने की. ताकि आस-पास लोग सफाई रखें और डेंगू का लार्वा न पनपने दें.