भोपाल: मध्यप्रदेश में शिवपुरी जिले के कोलारस और अशोकनगर जिले के मुंगावली विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए मतदान संपन्न हो गया. मतदान के दौरान लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला. कोलारस में 77 .40 प्रतिशत मतदान हुआ. वहीं मुंगावली में मतदान का प्रतिशत इससे भी ज्यादा रहा. यहां वोटिंग प्रतिशत 77.05 दर्ज किया गया. शनिवार को मतदान के दौरान कुछ स्थानों से कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद की खबरें मिली. इस दौरान मुंगावली थाने के प्रभारी कुशल सिंह भदौरिया को हटा दिया गया है. आमतौर पर मतदान शांतिपूर्ण रहा.


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आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार, सुबह से मतदान की रफ्तार काफी तेजी दिखाई दी. सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की कतारें लगी दिखाई दी. सुबह 10 बजे तक जहां कोलारस में 16 और मुंगावली में 17 प्रतिशत मतदान हुआ था. वहीं, साढ़े 11 बजे तक मतदान बढ़कर 25 और 30 प्रतिशत पर पहुंच गया. साथ ही कोलारस में 15 और मुंगावली में 17 वीवीपेट मशीनों को बदलना पड़ा है. 


कांग्रेस-भाजपा कार्यकर्ताओं में झड़प
मतदान के दौरान कोलारस विधानसभा क्षेत्र के दिगोर गांव में कांग्रेस व भाजपा कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई. मौके पर मौजूद सुरक्षा बलों ने स्थिति को संभाला. इसी तरह मतदान क्रमांक 56 में भी विवाद की खबर मिली है. चुनाव आयोग के निर्देश पर मुंगावली के थाना प्रभारी कुशल सिंह भदौरिया को हटा दिया गया है. उनके स्थान पर रिशेश्वर सिंह को पदस्थ किया गया है. 



इससे पहले कुछ बूथों पर ईवीएम की खराबी की वजह सेे मतदान प्रक्रिया देर से शुरू हुई, हालांकि बाद में मशीनों को बदल दिया गया. निर्वाचन अधिकारी रवीश श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि ईवीएम खराबी की शिकायत पर अशोकनगर के 18 मतदान केंद्रों पर मशीनों को बदला गया. वहीं दूसरी ओर मतदान केंद्र 172 की ईवीएम खराब होने की सूचना परनिर्वाचन अधिकारी ने कहा कि वह जांच कर रहे हैं, जबकि बरखेड़ा जमाल में ईवीएम खराब होने की वजह से 10 बजे तक वोटिंग नहीं हो सकी थी.



ईवीएम मशीनों की खराबी पर मुख्य चुनाव अधिकारी  सलीन सिंह ने जानकारी देते हुए बताया, 'कोलारस में 15 और मुंगावली में 17 वीपीपैट मशीनें सही से काम नहीं कर रही है, जिस बाद में बदल दिया गया. सभी मतदान केंद्रों पर वोटिंग जारी है.' कोलारस की बूथ संख्या 57 पर ईवीएम के काम नहीं करने की वजह से वोटिंग समय पर शुरू नहीं हो सकी थी, जिसकी वजह से मतदाताओं काफी देर तक बाहर इंतजार में खड़ा रहना पड़ा. वोट डालने के लिए आए एक स्थानीय मतदाता ने बताया, 'मैं पिछले एक घंटे से वोटिंग के लिए लाइन में खड़ा हूं, लेकिन ईवीएम के ठीक होने तक मतदान शुरू नहीं हो सकता.'



कोलारस और मुंगावली के 575 मतदान केंद्रों के लिए तीन हजार से अधिक मतदान कर्मी तैनात किए गए हैं. दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में 30-30 संवेदनशील मतदान-केंद्रों की वेबकास्टिंग करवाई जा रही है. कोलारस में 311 में से 200 और मुंगावली में 264 में से 133 संवदेनशील मतदान-केंद्र हैं.


उपचुनाव में ईवीएम के साथ वीवीपैट मशीन भी लगाई गई हैं, ताकि मतदाता देख सकें कि उन्होंने जो वोट दिया है वह सही है या नहीं. इसके लिए उन्हें सात सेंकेंड का समय मिलेगा. कोलारस में 835 और मुंगावली में 400 ईवीएम का उपयोग होगा. कोलारस में 440 और मुंगावली में 360 वीवीपेट लगाई गई हैं.



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उपचुनाव के मतदान में कोलारस निर्वाचन क्षेत्र के दो लाख 44 हजार 457 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे. इनमें एक लाख 30 हजार 697 पुरुष, एक लाख 13 हजार 753 महिला और सात थर्ड जेंडर शामिल हैं. मुंगावली में एक लाख 91 हजार नौ मतदाता वोट डालेंगे. इनमें एक लाख 2 हजार 75 पुरुष, 88 हजार 933 महिला तथा एक थर्ड जेंडर मतदाता है.


इस उपचुनाव को सत्तापक्ष भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इस उपचुनाव को दोनों दलों के बीच सेमीफाइनल के तौर पर भी देखा जा रहा है, क्योंकि इस साल के अंत में प्रदेश में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है.


कोलारस में 22, तो मुंगावली में कुल 13 उम्मीदवार
मुंगावली में कांग्रेस विधायक महेन्द्र सिंह कालूखेड़ा के निधन होने से और कोलारस में कांग्रेस के विधायक रामसिंह यादव के निधन होने से चुनाव कराने पड़ रहे है. मुंगावली उपचुनाव में कुल 13 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि मुख्य मुकाबला कांग्रेस के उम्मीदवार बृजेन्द्र सिंह यादव और भाजपा उम्मीदवार श्रीमती बाई साहब यादव के बीच है. कोलारस में कुल 22 उम्मीदवार इस चुनावी समर में है और मुख्य मुकाबला कांग्रेस के महेन्द्र सिंह यादव और भाजपा के देवेन्द्र जैन के बीच है. कोलारस में सभी उम्मीदवार पुरुष तथा मुंगावली में 10 पुरुष एवं 3 महिला उम्मीदवार है.


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सुरक्षा चाक-चौबंद
शिवपुरी के पुलिस अधीक्षक सुनील पांडे ने शुक्रवार (23 फरवरी) को संवाददाताओं को बताया कि कोलारस उपचुनाव को लेकर प्रत्येक मतदान केंद्र पर सशस्त्र बलों को तैनात किया गया है. इसके लिए अर्धसैनिक बल सहित मध्यप्रदेश पुलिस की 10 कंपनियां चुनाव ड्यूटी में लगाई गई हैं. कोलारस में 53 पुलिस मोबाइल टीमें अलग से तैनात की गई हैं. इसके अलावा स्थानीय थाने की पुलिस सुरक्षा भी है. शिवपुरी और अशोकनगर जिले से जुड़ने वाली उत्तर प्रदेश एवं राजस्थान की सीमा को सील कर दिया गया है. दोनों निर्वाचन क्षेत्र में माइक्रोऑब्जर्वर भी तैनात किए गए हैं.


(इनपुट एजेंसी से भी)