जब सरकार और प्रशासन से नहीं मिली मदद, तो ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर खुद ही बना लिया पुल
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जब सरकार और प्रशासन से नहीं मिली मदद, तो ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर खुद ही बना लिया पुल

 कई बार ग्रामीणों को खाने-पीने की समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है. हालात ये हो जाते हैं कि इस नदी की वजह से गांव मुख्य धारा से कट जाता है और बच्चे न तो स्कूल जा पाते और न ही गांव वाले बागबाहरा जा पाते हैं.

ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा करके बनाया है ब्रिज

रायपुरः छत्तीसगढ़ के महासमुंद के बागबाहरा विकासखंड के ग्राम पड़कीपाली के ग्रामीणों ने सांसद विधायक और सरकार को चुनौती देकर खुद ही चंदा करके पुल का निर्माण किया है. यह गांव बेहद ही दूरस्थ अंचल में बसा है, जहां एक तरफ नदी और दूसरी तरफ नाला है. इसकी वजह से बरसात के समय में पूरा गांव टापू बन जाता है. ग्रामीणों का किसी से संपर्क नहीं हो पाता, जिसके चलते कई बार ग्रामीणों को खाने-पीने की समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है. हालात ये हो जाते हैं कि इस नदी की वजह से गांव मुख्य धारा से कट जाता है और बच्चे न तो स्कूल जा पाते और न ही गांव वाले बागबाहरा जा पाते हैं.

ऐसे में बरसात के मौसम में यह पूरा गांव को मुख्यधारा से अलग हो जाता है. पिछले कई सालों से गांव के लोग कलेक्टर से लेकर सांसद विधायक के पास गुहार लगाते रहे, लेकिन किसी ने नहीं सुना अंततः बरसात के पहले गांव वालों ने खुद ही चंदा इकट्ठा करके पुल का निर्माण किया है.

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पुल तकरीबन 30 फुट लंबा और 4 फुट चौड़ा है. पूल का गांव के लोग कुछ स्थानीय राजमिस्त्री और ठेकेदारों के साथ मिलकर इसका निर्माण कर रहे हैं, जो अब लगभग तैयार हो चुका है. गांव वालों ने यह भी चेतावनी दी है अगर गांव की शासन प्रशासन ने इसी तरीके से अनदेखी की तो आने वाले समय में वह चुनाव का भी बहिष्कार करेंगे. 

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ग्रामीणों का आरोप है कि चुनावी दौर में यहां नेता-मंत्रियों का खासा आना-जाना रहता है, वोट के लिए बड़े-बड़े वादे भी किए जाते हैं, लेकिन चुनाव निकल जाने के बाद किसी को उनकी सुध नहीं आती और न ही कोई उनसे संपर्क करता है. ग्रामीणों का कहना है कि वह गांव में पुल न होने के चलते होने वाली समस्या को लेकर कई बार सरकार और प्रशासन के पास जा चुके हैं, लेकिन अभी तक उनकी समस्याओं का कोई समाधान नहीं निकल पाया है.

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