ससुराल पक्ष की ज्यादा दखलंदाजी से टूटती हैं शादियां, मोबाइल फोन बना एक बड़ी वजह
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ससुराल पक्ष की ज्यादा दखलंदाजी से टूटती हैं शादियां, मोबाइल फोन बना एक बड़ी वजह

फैमिली काउंसलर्स की मानें तो इन दिनों परिवार टूटने की सबसे बड़ी बजह मोबाइल फोन है. कई मामलों में देखा गया है कि महिलाएं या पुरुष घण्टों फोन पर बात करते हैं, जो कि उनके पार्टनर को पसंद नहीं आता और दोनों के बीच विवाद शुरू हो जाता है.

सांकेतिक तस्वीर

वैभव शर्मा/ग्वालियर: ग्वालियर में पुलिस परामर्श केंद्र ने पिछले साल कई परिवारों को टूटने से बचाया है. इनमें कई  पति-पत्नी ऐसे भी हैं जो 5 से 11 सालों तक एक दूसरे से अलग रहे और आज खुशी-खुशी एक दूसरे के साथ रह रहे हैं. ऐसे ही 8 परिवरों को आज ग्वालियर एसपी अमित सांघी ने सम्मानित किया. साथ ही एसपी ने उनसे उनके पारिवारिक जीवन के बारे में जाना. उन लोगों का कहना है कि वह आज खुशनुमा जीवन जी रहे हैं.

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इसके बाद फैमिली काउंसलर ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि ज्यादातर परिवार क्यों टूटते हैं. फैमिली काउंसलर डॉ. प्रदीप कश्यप का कहना है कि छोटी-छोटी और मामूली बातें ही कई बार पति-पत्नी या कहें पूरे परिवार में कलह पैदा कर देती हैं, जिसके कारण परिवार टूट जाता है. 

मोबाइल है बड़ा कारण
फैमिली काउंसलर्स की मानें तो इन दिनों परिवार टूटने की सबसे बड़ी बजह मोबाइल फोन है. कई मामलों में देखा गया है कि महिलाएं या पुरुष घण्टों फोन पर बात करते हैं, जो कि उनके पार्टनर को पसंद नहीं आता और दोनों के बीच विवाद शुरू हो जाता है.

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ससुराल का दखल होती है वजह
वहीं दूसरी तरफ कई परिवारिक मामले ऐसे भी हैं, जहां ससुराल पक्ष का ज्यादा दखल होने के चलते पति पत्नी का रिश्ता खराब होता है. महिलाएं हर छोटी बात अपने मायके में शेयर करती हैं, या मायके वाले बेटी के घर हर छोटी बात पर हस्तक्षेप करते हैं. फैमिली काउंसलर प्रदीप कश्यप का कहना है लॉकडाउन में पारिवारिक मामलों काफी बढ़ोतरी हुई है.

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