इस हमले के मास्टरमाइंड की पहचान कर ली गई है. इस दुर्दांत हमले के पीछे उत्तरी गढ़चिरोली के सीपीआई (माओवादी) का कमांडर भास्कर इस हमले का मास्टर माइंड बताया जा रहा है.
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महाराष्ट्र के गढ़चिरोली में बुधवार को हुए नक्सली हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया. नक्सलियों के द्वारा घात लगाकर रखे गए आईईडी ब्लास्ट में 15 जवान शहीद हो गए थे. अब प्रशासन को इस मामले में बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. इस हमले के मास्टरमाइंड की पहचान कर ली गई है. इस दुर्दांत हमले के पीछे उत्तरी गढ़चिरोली के सीपीआई (माओवादी) का कमांडर भास्कर इस हमले का मास्टर माइंड बताया जा रहा है.
भास्कर पिछले 15 साल से सक्रिय है. उस पर 16 लाख रुपए का इनाम है. उसका एक और साथी गिरधर भी इस हमले में उसका साथी है. इसका नाम नागसु उर्फ मानसु उर्फ गिरधर है. ये लैंडमाइंस लगाने का काम करता है. गढ़चिरोली मे QRT जवानों पर हमला करते समय 100 से अधिक नक्सली मौजूद थे. सूत्रों के अनुसार, नक्सलियों के इस हमले की 25 तारीख से तैयारी चल रही थी. हमले के लिये छत्तीसगढ़ और गढ़चिरोली इलाके के नक्षल दलम की एक एक कंपनी बनाई गई.
6 दल नक्सली हमले में शामिल थे.
QRT के जवानों को अपने जाल में फसाने के लिये एक दिन पहले गाडि़यां जलाई गईं. QRT के जवानों के घटनास्थल पर जाने की हर खबर नक्सलियों तक पहुंचाई. नक्सलियों के लोकल दल ने इस हमले का प्लान तैयार किया. हमले के बाद नक्सली अपने-अपने दल के साथ भाग गए. पुलिस प्रशासन को घटना के तार छत्तीसगढ़ से जुडते हुए भी दिखाई दे रहे हैं.
गढ़चिरौली नक्सल घटना के तार छत्तीसगढ़ से भी जुड़े होने की आशंका....
सूत्रों के मुताबिक छत्तीसगढ़ में सक्रिय नक्सलियों ने भी सीमावर्ती महाराष्ट्र के गढ़चिरौली इलाके में सक्रिय नक्सलियों का सहयोग किया था. छत्तीसगढ़ में नक्सलियों को जिस तरह पुलिस ऑपेरेशन के जरिये पीछे धकेला जा रहा है, उसकी वजह से वो सेफ जोन तलाश रहे हैं. ऐसे में सीमावर्ती इलाकों में उन्होंने गतिविधियां बढ़ाई हैं.
वहीं प्रदेश में लगातार चलाये जा रहे नक्सल ऑपेरेशन से नक्सली बौखलाहट में हैं और बड़ी प्लानिंग कर रहे हैं. ऐसे में पुलिस मुख्यालय ने सभी नक्सल प्रभावित जिलों के एसपी को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं. वहीं जानकारी ये भी है कि गढ़चिरौली नक्सल हमले में सक्रिय सतीश और पवन हैं. सतीश डीवीसी मेम्बर है, वहीं पवन नक्सलियों के मिलिट्री नंबर 4 का कमांडर बताया जा रहा है.
इनपुट: राकेश त्रिवेदी, नित्यानंद शर्मा